भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 127वीं जयंती को जोर-शोर से मनाने में आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पीछे नहीं रहे। सपा-बसपा के सियासी गठजोड़ को परवान चढ़ाते हुए उन्होंने लखनऊ के सपा कार्यालय में बाबा साहेब की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम समाजवादी लोग बाबा साहेब अंबेडकर को कभी नहीं भूल सकते। जिस लोहिया सभागार में समाजवादियों की मूर्तियां लगी हैं, आज हम वहां डॉ. अंबेडकर की मूर्ति लगा रहे हैं।
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा, "बसपा के साथ सपा का गठबंधन तय है। उत्तर प्रदेश की जनता चाहती है कि आगामी लोकसभा चुनाव सपा-बसपा मिलकर लड़ें। इस बारे में उनकी कई बार बसपा प्रमुख मायावती से बातचीत हो चुकी है। गोरखपुर और फूलपुर की जनता ने भी साबित कर दिया है कि हम लोग जो रणनीति बना रहे है, वह कारगर साबित होगी। जो लोग वोट से आये हैं, हम उन्हें वोट से हटाएंगे।"
इस दौरान अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि यूपी की जनता ने उनको वोट नहीं दिया था। लोगों ने नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट दिया था। प्रधानमंत्री को चाहिए था कि वे सूबे को एक अच्छा मुख्यमंत्री देते। योगी एक अच्छे साधु हो सकते हैं, लेकिन अच्छे मुख्यमंत्री नहीं हैं। भारत बंद के बाद दलितों की गिरफ्तारी के मुद्दे सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार लोगों के साथ अन्याय कर रही है। कई लोगों पर झूठे केस भी दर्ज किए। देश के कोने-कोने में दलितों के साथ अन्याय हुआ है।
उन्नाव मामले पर भी अखिलेश ने योगी सरकार की तीखी आलोचना की। अखिलेश ने कहा जब से यूपी में भाजपा सरकार आई है, अपराध काफी बढ़े हैं। यह वे नहीं बल्कि केंद्र का डाटा कह रहा है। यूपी में कानून-व्यवस्था खराब है। उन्नाव की घटना में आरोपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही थी। डीजीपी और होम सेके्रटरी किसी पार्टी के नहीं होते। जैसा सीएम बोलेंगे, अधिकारी वैसा ही काम करते हैं।