कोरोना से प्रभावित झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो पिछले दस दिनों से रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी सेहत स्थिर बनी हुई है। सांस लेने में तकलीफ जारी है। शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ उनका खैरियत जानने मेडिका अस्पताल पहुंचे। बात की, चिकित्सकों से हाल जाना। बाद में पत्रकारों से कहा कि वे दो -तीनबार उन्हें चिकित्सा के लिए राज्य से बाहर भेजने के लिए प्रयास किया। डाक्टरों से मशविरा भी किया मगर चिकित्सकों ने इसकी सलाह नहीं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है मगर रफ्तार धीमी है। फिलहाल सांस लेने में थोड़ी दिक्कत है लेकिन वे बातचीत कर रहे हैं और समाचार पत्र भी पढ़ रहे हैं। मेडिका में भर्ती होने के पहले रिम्स में उनका इलाज हुआ। ज्यादा सुधार न होने और सांस लेने में तकलीफ के कारण इन्हें मेडिका में भर्ती किया गया, हालांकि यहां भी उनकी तबीयत में ज्याद सुधार नहीं हुआ है।
दरअसल मुख्यमंत्री को जानकारी मिली थी कि शिक्षा मंत्री की सेहत ठीक नहीं है। फेफड़े का संक्रमण 80 फीसदी तक है, नॉन इंवेजिव वेंटिलेटर पर उन्हें रखा गया है। उपकरण हटाते ही ऑक्सीजन का स्तर गिर कर 60 तक पहुंच जा रहा है। जगरनाथ महतो की बिगड़ी स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर निजी अस्पताल मेडिका के डाक्टरों को सहयोग करने के लिए रिम्स ( राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) के चार विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम गठित की गई जो उनकी सेहत पर नजर रखेंगे और रोजाना रिम्स प्रबंधन को अवगत कराते रहेंगे।
बता दें कि झारखंड में कोरोना से अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी सहित 781 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 26 लाख लोगों की जांच हुई जिसमें 91254 लोग पॉजिटिव पाये गये। अभी भी 8819 एक्टिव केस हैं।