कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के बीच विधायकों की नाराजगी के चलते तकरार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को बजट पेश करने से कुछ घंटे पहले सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस के विधायक उमेश जाधव को वेयरहाउस कॉर्पोरेशन के चेयरमैन पद से हटा दिया। उनकी जगह प्रताप गौड़ा पाटिल लेंगे। इसके आलावा कर्नाटक में रायचूर से कांग्रेस विधायक बसनगौड़ा डड्डल को महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। इस बीच सीएम कुमारस्वामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
संसद में प्रधानमंत्री की सच्चाई उजागर करनी चाहिए: कुमारस्वामी
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, वह (पीएम) तरीके से देश के लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, मैं सभी विपक्षी दलों से अपील करता हूं कि वे इसे उठाएं। उन्हें अवश्य संसद में प्रधानमंत्री की सच्चाई उजागर करनी चाहिए।
'देश के लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं पीएम मोदी'
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने काले धन को लेकर प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा, ‘एक तरफ पीएम मोदी देश और राजनेताओं को उपदेश देते हैं जबकि दूसरी तरफ वे अपने दोस्तों को प्रोत्साहन देकर कालेधन के जरिए देश के लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं। मैं इसे उजागर करूंगा, मेरे पास इस आरोप को साबित करने के लिए सबूत है’।
एक विधायक को 25 लाख रुपये और मंत्रिपद की पेशकश
कुमारस्वामी ने एक ऑडियो जारी किया जिसमें कथित रूप से येदियुरप्पा एक विधायक को 25 लाख रुपये और मंत्रिपद की पेशकश कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ वकील आरएलएन मूर्ति ने भाजपा के नेता बीएस येदियुरप्पा, मल्लेश्वरम, विधायक अश्वनाथ नारायण और अन्य नेताओं के खिलाफ अपहरण का माला दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि वह सदन के कुछ सदस्यों को गलत तरीके से गिरफ्त में रखकर बजट सत्र में हिस्सा नहीं लेने दे रहे हैं।
आज राज्य का बजट पेश करेंगे कुमारस्वामी
कर्नाटक में राजनीतिक अनिश्चितता और नौ महीने पुरानी गठबंधन सरकार को गिराने के लिए विपक्षी भाजपा के निरंतर प्रयासों के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी शुक्रवार को दोपहर 12.30 बजे विधानसभा में 2019-20 के लिए राज्य का बजट पेश करेंगे। बजट को 15 फरवरी को बहस के बाद पारित किया जाना है। इसे पास करने के लिए कांग्रेस के सभी 79 सदस्यों का सदन में उपस्थित होना जरूरी है।
दल-बदल कानून के तहत अयोग्य घोषित किया जा सकता है
वहीं, गुरुवार को विधानसभा सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस के नाराज विधायक सदन में नहीं पहुंचे थे। जिसके बाद पार्टी ने व्हिप जारी कर सभी विधायकों की एक मीटिंग बुलाई थी। आज भले ही राज्य का बजट पेश हो रहा है लेकिन लोगों की निगाह कांग्रेस के 7 बागी विधायकों पर होगी। कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता सिद्धारमैया ने गुरुवार को उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शुक्रवार की सुबह ये नेता सीएलपी की बैठक में शामिल नहीं होते हैं तो उन्हें दल-बदल कानून के तहत अयोग्य घोषित किया जा सकता है।
बजट से पहले बुलाई पार्टी विधायकों की बैठक
कांग्रेस ने शुक्रवार को बजट से पहले पार्टी विधायकों की एक मीटिंग बुलाई है और सख्त निर्देश दिए हैं कि अनुपस्थित रहने वालों के खिलाफ ऐंटी डिफेक्शन लॉ (दल-बदल कानून) के तहत कार्रवाई की जाएगी। अगर ये विधायक आज भी उपस्थित नहीं होते हैं तो कांग्रेस स्पीकर केआऱ रमेश से उन्हें अयोग्य घोषित करने की सिफारिश कर सकती है।
दूसरे दिन भी सदन में विधायकों की अनुपस्थिति से सत्ता पक्ष की चिंता बढ़ी
बता दें कि गुरुवार को सत्ता पक्ष के नौ विधायकों ने हाजिरी वाले रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं किए। हालांकि, कुछ विधायकों ने पहले से ही सूचना दे रखी थी कि वे सदन में अनुपस्थित रहेंगे। दूसरे दिन भी विधायकों की अनुपस्थिति से इसको लेकर सत्ता पक्ष की चिंता बढ़ गई है कि कहीं ये विधायक बीजेपी से हाथ मिलाकर पार्टी न बदल लें।