लेफ्ट फ्रंट ने त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद हुई हिंसा के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है। फ्रंट ने चरिलाम (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी को हटाने की घोषणा की है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रवक्ता गौतम दास ने इसकी जानकारी दी।
Left Front withdraws candidate from Charilam constituency where election was scheduled to take place on March 12 in protest against ongoing post poll violence: Gautam Das,CPIM Spokesperson #Tripura
— ANI (@ANI) 10 मार्च 2018
इस सीट 12 मार्च को चुनाव होना है। यहां माकपा प्रत्याशी रमेंद्र नारायण देबबर्मा के निधन के कारण चुनाव टाल दिया गया था। शुक्रवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले भाजपा नेता जिश्नु देव बर्मन यहां से पार्टी के उम्मीदवार हैं।
इससे पहले लेफ्ट फ्रंट के नेताओं ने शुक्रवार को मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीराम तारणिकांत से मुलाकात कर हिंसा की वजह से चरिलाम में चुनाव टालने की मांग की थी। लेफ्ट फ्रंट के संयोजक बिजान धर ने आरोप लगाया था कि यहां भाजपा और उसकी सहयोगी आइपीएफटी हिंसा में लगे हैं।