मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुलिस बल में साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपराधिक और गैर कानूनी गतिविधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस रखें। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ रणनीति बनाई जाए। महिलाओं के विरुद्ध अपराध के नियंत्रण के लिये संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ कार्य किया जाये।कमलनाथ ने पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि गुड-गवर्नेंस का प्रमुख आधार पुलिस बल है। राज्य की छवि पुलिस व्यवस्था पर निर्भर है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुलिस बल के लिये साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था में तकनीकी संसाधनों को आधुनिक किया जाए। पुलिस बल के लिए आपात परिस्थितियों में अवकाश उपयोग नहीं करने पर क्षतिपूर्ति की व्यवस्था हो। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके लिये सड़क नियोजन और प्रतिरक्षात्मक उपायों परसमेकित रूप से कार्य किया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की छवि का पैरामीटर पुलिस होती है। यह आवश्यक है कि बल के सदस्यों का मनोबल ऊंचा हो। नजरिया देश-प्रदेश की विविधतापूर्ण संस्कृति और स्वरूप के संरक्षण का हो। उन्होंने कहा कि पुलिस समाज की रक्षक है।पुलिस को भविष्य की तकनीकों और सामाजिक चुनौतियों के अनुसार तैयारियाँ करने पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने युवा पीढ़ी में नशे की लत के प्रसार को जड़ मूल से समाप्त करने की जरूरत बतायी।