शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि बारसू में स्थानीय लोगों को महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर भरोसा नहीं है।
मुंबई से लगभग 400 किलोमीटर दूर रत्नागिरी में राजापुर तहसील के बारसू के निवासी कई हजार करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक रिफाइनरी-पेट्रोकेमिकल परिसर की स्थापना का विरोध कर रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने सरकार को परियोजना का विरोध कर रहे ग्रामीणों से बातचीत करने की सलाह दी थी।
राउत ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि बारसू में जमीन खरीदने वाले नेताओं और ‘‘बाहरी लोगों’’ के हितों की रक्षा के लिए रिफाइनरी परियोजना को शुरू किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि सरकार ऐसे लोगों की सूची सार्वजनिक करे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सुना है कि शरद पवार ने कहा है कि स्थानीय लोगों के साथ बातचीत होनी चाहिए और उन्हें विश्वास में लिया जाना चाहिए। लेकिन उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है।’’
पवार ने बुधवार को कहा था कि महाराष्ट्र सरकार को स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत करनी चाहिए जो रत्नागिरी जिले में एक रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि यदि इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वैकल्पिक स्थल की तलाश की जानी चाहिए।
राकांपा प्रमुख ने कहा था कि उनकी पार्टी ने कोंकण में विकास परियोजनाओं का विरोध नहीं किया है, लेकिन स्थानीय लोगों की राय जानना जरूरी है।