टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी के राज्यसभा सदस्य से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने दिनेश त्रिवेदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने दिनेश त्रिवेदी को सबकुछ दिया, बस नोबेल प्राइज देना रह गया था।
दिनेश त्रिवेदी को 'गद्दार' कहते हुए मदन मित्रा ने कहा कि पूर्व रेल मंत्री लोकसभा चुनाव हार गए। बावजूद इससे ममता बनर्जी ने उन्हें तृणमूल सांसद बनाकर राज्यसभा भेजा। उन्होंने कहा कि कुछ नेता टीएमसी छोड़ रहे हैं लेकिन इससे पार्टी प्रभावित नहीं होगी।
शुक्रवार को दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा से अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने कहा वह घुटन महसूस कर रहे हैं क्योंकि वह पश्चिम बंगाल में हिंसा को रोकने के लिए कुछ भी करने में सक्षम नहीं थे। संसद में बोलते हुए उन्होंने कहा, "अगर आप यहां चुपचाप बैठते हैं और कुछ नहीं कर सकते, तो बेहतर है कि आप यहां से इस्तीफा दे दें और बंगाल की धरती पर जाएं और लोगों के साथ रहें।"
उन्होंने कहा कि जिस तरह से हिंसा हो रही है, हमारे प्रांत में, मुझे यहां बैठा-बैठा बड़ा अजीब लग रहा है। मैं यहां करूं क्या? त्रिवेदी ने कहा कि हम उस जगह से आते हैं जहां रबिंद्र नाथ टैगोर, सुभाष चंद्र बोस और खुदी राम बोस जैसे लोग आते हैं। उन्होंने कहा कि मुझसे यह देखा नहीं जा रहा है। हम करें तो क्या करें। हम सीमित हैं। पार्टी के अनुशासन में बंधे हैं।