Advertisement

नीतीश, मांझी के बीच आम, लीची, कटहल का टंटा

तीन महीने बाद बिहार के आम चुनाव में सीटों ओर वोटों का मुकाबला होगा, जिसके लिए अभी से कई समीकरण बन बिगड़ रहे हैं। लेकिन फिलहाल गर्म मौसम में चुनावी गर्मी के अलावा बिहार की राजनीति आम, कटहल और लीची पर भी गर्मी दिखा रही है।
नीतीश, मांझी के बीच आम, लीची, कटहल का टंटा

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (यूनाइटेड) से अलग हो गए, मुख्यमंत्री पद से भी अलग हो गए, लेकिन मुख्यमंत्री के आधिकारिक बंगले से अलग नहीं हुए। एक, अणे मार्ग पर इस स्थिति बंगले के हाते में और बाहर आम, लीची, और कटहल के कई फलदार वृक्ष हैं। पूर्व मुख्यमंत्री को मिली सुरक्षा के तहत बीसियों पुलिसवाले भी लगे हैं। इस भारी सुरक्षा ताम-झाम से खुश होने के बजाय, जीतन राम मांझी इसे घोर संदेह की नजर से देख रहे हैं। उन्हें संदेह यह नहीं है कि सुरक्षा में लगे ये पुलिसवाले उनकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त दक्षता रखते हैं या नहीं। उन्हें संदेह इस बात का है कि मांझी के आवास के पेड़ाें पर लगे आम, लीची और कटहल ये पुलिसवाले उन्हें तोड़ने नहीं देंगे। इसीलिए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी अणे मार्ग पर ड्यूटी लगाई है न कि मांझी की सुरक्षा के लिए। यह आरोप लगाते हुए मांझी की हिंदुस्तान अवाम पार्टी ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की थी।

यह खबर अखबारों में छपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह का कोई सरकारी सर्कुलर निकला होगा तो उसकी जांच कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने पूर्व सहयोगी के आरोप पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, मैं अपनी तन्‍ख्वाह से मांझी को आम, कटहल और लीची खरीदकर भेजना चाहता हूं। उन्होंने आगे और चुटकी लेते हुए कहा, कुछ लोगों को बहुत कम समय में बहुत चीजों से मोह हो जाता है और वे इसे छोड़ना नहीं चाहते हैं।

 

 

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad