मायावती ने एक विशाल रैली में कहा, अपने परिवार के सदस्यों को जगह नहीं दिए जाने से नाराज कुछ असंतुष्ट तत्वों के बसपा छोड़कर जाने के कुछ उदाहरण रहे हैं। उन्होंने यह आरोप लगाने में भी देरी नहीं की कि चुनाव लड़ने के लिए टिकट बेचे जा रहे हैं। इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए बसपा प्रमुख ने कहा, एक तरफ हमारे विरोधी हमें चूकी हुई ताकत करार देकर खारिज करने की कोशिश करते हैं, जबकि दूसरी तरफ आरोप लगाते हैं कि लोग उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बसपा का टिकट पाने की खातिर बड़ी रकम खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, आम लोग इस विरोधाभास को देख सकते हैं। सपा, भाजपा और कांग्रेस ने यह छवि गढ़ने के लिए गुप्त समझौता कर रखा है कि हम काफी मुश्किल में हैं। बसपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, आर के चौधरी और ब्रजेश पाठक के हाल में पार्टी छोड़कर जाने के बाद मायावती ने यह बयान दिया है।
मायावती ने उस चुनाव-पूर्व सर्वेक्षण को भी फर्जी करार दिया जिसमें बताया गया था कि यदि राज्य में आज विधानसभा चुनाव कराए जाएं तो बसपा सत्ताधारी सपा और भाजपा से कहीं पीछे तीसरे पायदान पर रहेगी। बसपा सुप्रीमो ने कहा, हमारे विरोधियों, खासकर कांग्रेस और भाजपा, के कई धन्नासेठ दोस्त हैं जो मीडिया को नियंत्रित करते हैं। इससे फर्जी सर्वेक्षण करना संभव हो जाता है जिसमें हमें राज्य में तीसरे या चौथे नंबर की पार्टी के तौर पर दिखाया जाता है। मायावती ने कहा, मैं लोगों को याद दिलाना चाहती हूं कि 2007 केे विधानसभा चुनाव से पहले भी एेसे ही गुमराह करने वाले सर्वेक्षण सामने आए थे, लेकिन उस चुनाव में हमें पूर्ण बहुमत मिला था।