पीएनबी घोटाले मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाक के नीचे 20 हजार करोड़ का घोटाला हो गया और सरकार सोती रही। क्या अच्छे दिन लाने का यही तरीका है?
मायावती ने कहा कि इससे दो अहम प्रश्न उठते हैं कि मोदी द्वारा देश को दिए गए इस आश्वासन का क्या हुआ कि ‘ना खाएंगे और ना खाने देंगे’। दूसरा यह कि ‘जनधन योजना’ के अन्तर्गत करोड़ों गरीबों व मेहनतकश लोगों की गाढ़ी कमाई का रुपया क्या अपने चहेते उद्योगपतियों व धन्नासेठों को गबन करने के लिए ही सरकारी बैंकों में जमा कराया गया था?
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मायावती ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का क्या इसे ही अपना गुड गर्वेनेन्स मानेगी की उसके चहेते उद्योगपतिगण देश के धन को लूटकर और बड़े धन्नासेठ बनते रहे और बीजेपी सरकार उन्हें अपने गोद में बैठाए फिरती रही। उन्होंने कहा कि सिर्फ बड़ी-बड़ी बातों से सियासी वादे पूरे नहीं होंगे। इतने बड़े आर्थिक महाघोटाले का जिम्मेदार कौन?
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी ब्रांच में 11,360 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। ये घोटाला 2011 से 2018 तक चलता रहा और इन 7 सालों में करोड़ों रुपयों का ट्रांजैक्शन हो गया। इसमें जाने माने हीरा व्यापारी नीरव मोदी का नाम सामने आया है।