सूत्रों के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी बैठक में मौजूद थे लेकिन सीट बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बन पाई। इतना जरूर तय हुआ कि सीटों को लेकर भाजपा या सहयोगी दलों काे कोई नेता मीडिया से कोई बातचीत नहीं करेगा। बैठक के बाद रामविलास पासवान ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी सीटों के बंटवारे को लेकर कहा कि अगले सप्ताह तक सीट बंटवारे का फार्मूला तय कर लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने 150 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना लिया है बाकी बची सीटों को सहयोगी दलों के लिए छोड़ा जाएगा। वहीं पासवान चाहते हैं कि उनकी पार्टी कम से कम 45 से 50 सीटों पर चुनाव लड़े और रालोसपा और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा को 40 सीटों में ही निपटा दिया जाए। लेकिन सूत्र बताते हैं कि मांझी ने साफ कर दिया है कि कम से 40 सीटें उनको चाहिए। फिलहाल आधिकारिक तौर पर इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है लेकिन बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे का जो भाजपा का फार्मूला है उसे सहयोगी दल मानने को तैयार नहीं हैं।