मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं। माझी के परिवार के सदस्यों के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं है, क्योंकि उनमें से किसी ने कभी नहीं सोचा था कि वह ओडिशा के मुख्यमंत्री बनेंगे।
मोहन की मां, पत्नी और दो बेटे भुवनेश्वर में सरकारी आवास में रहते हैं। मंगलवार को जब माझी को नया मुख्यमंत्री घोषित किया गया तो उनका परिवार आश्चर्यचकित रह गया। उन्हें सबसे पहले स्थानीय समाचार चैनलों से उनके मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने की जानकारी मिली। उस क्षण तक वे पूरी तरह से इस निर्णय से अनजान थे।
आवाज में अविश्वास और गर्व के मिलेजुले भाव के साथ मोहन की पत्नी प्रियंका ने कहा, ‘मैनें कभी नहीं सोचा था कि वो (मोहन) मुख्यमंत्री बनेंगे। मुझे ये तो उम्मीद थी कि उन्हें नए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मंत्रिमंडल में मंत्री पद मिलेगा। लेकिन यह मेरे और मेरे परिवार के लिए एक चौंका देने वाला था।’
प्रियंका ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ टीवी पर समाचार देख रहे थे, तभी उन्हें इस घटनाक्रम के बारे में पता चला। उन्होंने भरोसा जताया कि उनके पति ओडिशा के लोगों और अपने निर्वाचन क्षेत्र क्योंझर के लिए अच्छा काम करेंगे।
मोहन माझी की मां बाले माझी ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बन गया। उन्होंने कहा, ‘वह कम उम्र में ही लोगों की सेवा करने के लिए आगे आया। पहले वह सरपंच बना, फिर विधायक और अब मुख्यमंत्री।’
माझी के बेटे कृष्ण केंद्रीय विद्यालय में कक्षा आठ में पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे बड़ी हैरानी हुई कि मेरे पिता मुख्यमंत्री बन गए। मेरे दोस्त मुझसे पार्टी मांग रहे हैं।’
मुख्यमंत्री पद के लिए मोहन माझी के नाम के ऐलान के बाद क्योंझर जिले के उनके पैतृक गांव रायकला में लोगों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। माझी के पास एक छोटा सा घर है, जहां वो अपना कार्यालय भी चलाते हैं।
मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन माझी के एक पड़ोसी ने कहा, ‘हम बहुत खुश है कि हमारे माझी मुख्यमंत्री बन गए। वह एक विनम्र व्यक्ति हैं और निश्चित रूप से राज्य के लिए काम करेंगे और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे।’
इस बीच, माझी के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा के बाद से ही उनके कई समर्थक और शुभचिंतक उन्हें बधाई देने के लिए भुवनेश्वर स्थित उनके आवास पर पहुंच रहे हैं।