कांग्रेस ने मुंगेर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटाने की कार्रवाई को दुर्गा भक्तों पर पुलिस के बर्बर हमले को रफादफा करने की कोशिश बताया और कहा कि दुर्गा भक्तों पर फायरिंग और लाठीचार्ज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के इशारे पर किया गया, इसलिए उन्हें गद्दी पर एक क्षण के लिए भी बने रहने का अधिकार नहीं है।
अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्रा के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिस तरह से मुंगेर में मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन में भाग लेने वाले निर्दोष लोगों पर पुलिस ने हमला किया था, वैसी घटना अंग्रेजों के शासन के दौरान जलियावाला बाग में जनरल डायर के नेतृत्व में हुई पुलिस ज्यादती के बाद भारत के इतिहास में दूसरी कहीं नहीं हुई है। सरकारी जुल्म का ऐसा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि मुंगेर में पुलिस गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए जबकि बड़ी संख्या में युवकों, महिलाओं और अन्य को पुलिस की बेरहम लाठीचार्ज में चोटें आई है।
सुरजेवाला ने कहा कि मुंगेर के जिलाधिकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पसंदीदा नौकरशाह हैं जबकि पुलिस अधीक्षक उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के एक वरिष्ठ नेता की बेटी है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार को इस घटना के बाद एक पल भी सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मूकदर्शक नहीं बने रहना चाहिए और उन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।
प्रधानमंत्री से उम्मीद थी कि वे सरकार पर कार्रवाई करेंगे लेकिन उनकी चुप्पी ने उन्हें भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। सवालों का जवाब उन्हें भी देना होगा।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुंगेर में निहत्थों पर नृशंसता का खामियाजा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “आप निर्दोष लोगों को लाठियों से मार रहे हो, जनता बदलाव का ऐसा बटन दबायेगी की, जिन्होंने मुंगेर घटना के लिए अभी तक प्रायश्चित नही किया, उन्हें प्रायश्चित करना पड़ेगा।”
पायलट ने कहा कि भाजपा के घोषणा-पत्र में कोरोना वैक्सीन मुफ्त देने का वादा किया गया है। ऐसा कर भाजपा ने अपना दिवालियापन घोषित किया। बिहार में कोरोना का सबसे खराब प्रबंधन दिख रहा है। उन्होंने नीतीश कुमार के प्रजनन दर कम करने वाले बयान को भी अमर्यादित बताया और कहा कि इन सब का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा।