एलजेपी में फूट को लेकर चिराग पासवान के आरोपों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसमे हम लोगों की कोई भूमिका नहीं है। ये उनका आपस का मामला है। हम पर कोई चिराग पासवान इसलिए बोलता है कि पब्लिसिटी मिलती है लेकिन. हम लोगों को कोई मतलब नहीं है।
विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले चिराग पासवान ने आरोप लगाया है कि पार्टी में बंटवारे के पीछे नीतीश का हाथ है। चिराग पासवान ने कई सीटों पर जेडीयू उम्मीदवारों को हराने में भूमिका निभाई थी।
चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करने वाली एलजेपी में अब फूट पड़ गई है। चिराग के चाचा ने पांच सांसदों के साथ पार्टी पर कब्जा कर लिया है। चिराग को संसदीय दल के नेता के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया गया है। हालांकि, चिराग ने भी बागी नेताओं को बाहर करने का दावा किया है। दोनों ही खेमों ने चुनाव आयोग जाकर पार्टी पर दावा पेश किया है।
लोक जनशक्ति पार्टी के भीतर जारी लड़ाई अब चुनाव आयोग के साथ-साथ बिहार की सड़कों पर भी लड़ी जाएगी। चाचा की बगावत को भतीजा चिराग पासवान अब सीधे जनता के दरबार में ले जाएंगे। इसके लिए उन्होंने अगले महीने की 5 तारीख़ से यात्रा निकालने का एलान किया है। 5 जुलाई को चिराग के पिता दिवंगत रामविलास पासवान की जयंती है। दिलचस्प है कि यात्रा की शुरुआत हाजीपुर से होगी जो पशुपति पारस का लोकसभा क्षेत्र है। वैसे हाजीपुर रामविलास पासवान की कर्मभूमि भी रही है। रामविलास पासवान हाजीपुर से आठ बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं।
मोदी कैबिनेट में फेरबदल से पहले दिल्ली आए नीतीश कुमार ने इसे निजी दौरा बताया। उन्होंने कहा कि वह आंख के इलाज के लिए आए हैं। पीएम मोदी से मुलाकात की कोई योजना नहीं है। कैबिनेट में जेडीयू के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पीएम मोदी पर निर्भर है।