समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का दर्द एक कार्यकर्म के दौरान छलक उठा। शुक्रवार को पूर्व मंत्री भगवती सिंह के 86वें जन्म दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि आज उनका कोई सम्मान नहीं करता, लेकिन शायद उनके मरने के बाद के बाद लोग ऐसा करें।
मुलायम सिंह ने कहा कि राम मनोहर लोहिया भी कहा करते थे कि जिंदा रहते कोई सम्मान नहीं करता है। उन्होंने कहा, 'आज मेरा कोई सम्मान नहीं करता, लेकिन शायद मेरे मरने के बाद के बाद लोग ऐसा करें।'
उन्होंने आगे कहा कि लोहिया के साथ भी ऐसा ही हुआ था। लोहिया कहा भी करते थे कि इस देश में जिंदा रहते कोई सम्मान नहीं करता।
पिछले साल पार्टी में नेतृत्व को लेकर बेटे और भाई के बीच हुए पारिवारिक विवाद के बाद मुलायम सिंह राजनीतिक परिदृश्य में कम ही नजर आते हैं। अब पार्टी की कमान उनके बेटे अखिलेश यादव के हाथ में है और मुलायम को एक तरह से दरकिनार कर दिया गया है। शायद यही वजह है कि मुलायम का दर्द फूट रहा है। इससे पहले तो उन्होंने यहां तक कह दिया था कि जो बेटा बाप का सगा नहीं हुआ, वह किसका सगा होगा। फिर भी मेरा आशीर्वाद बेटे के साथ है, लेकिन वह उनके निर्णयों से सहमत नहीं हैं।