दिल्ली में कालकाजी मंदिर में जागरण के लिए बनाए गए मंच के ढह जाने से 45 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया और लोगों से बड़े कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया।
पुलिस ने बताया कि यह दुखद घटना देर रात करीब 12.30 बजे हुई। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
पुलिस के अनुसार शनिवार को कालकाजी मंदिर के महंत परिसर में जागरण का आयोजन किया गया था और इसमें लगभग 1,600 लोग लोग शामिल हुए थे।
#WATCH | Delhi: 17 people were injured and one died when a platform, made of wood and iron frame, during the annual Mata Jagran at Mahant Parisar in Kalkaji Mandir collapsed at midnight on 27-28 January. Case registered against the organisers. pic.twitter.com/x2bjN0lNoc
— ANI (@ANI) January 28, 2024
सीएम केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कालकाजी मंदिर में कल रात जागरण के दौरान हुई दुर्घटना दुखद है। एक महिला की मौत हो गई। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। मैं 17 घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि किसी भी तरह के बड़े आयोजन में सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखें और ऐसी व्यवस्था करें कि कोई अप्रिय घटना न हो।’’
37 वर्षीय सिंंगर ने कहा कि मैं काफी दुखी और निराश हूं। यह पहली बार है जब मैंने उस स्थान पर ऐसा कुछ होते देखा, जहां मैं मां कालकाजी मंदिर में परफॉर्म कर रहा था। मुझे उम्मीद है कि जिन लोगों को चोटें लगी हैं वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जान से अधिक कीमती कुछ भी नहीं है, समारोह में मैनेजमेंट ने भीड़ को काबू करने की कोशिश की, लेकिन भक्तों की भावनाएं चरम पर थीं।
मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। उन्होंने भीड़ को समझाने की कोशिश की और उन्हें पीछे हटने के लिए कहा, लेकिन यह माता और मेरे लिए उनका प्यार है… लेकिन हमें अब से बहुत सावधान रहना होगा और बच्चों, बुजुर्गों और बाकी सभी का अत्यधिक ख्याल रखना होगा।”
प्राक ने कहा कि जान से अधिक कीमती कुछ भी नहीं है और न कभी हो सकता है। हमें बहुत सावधान रहना होगा कि किसी की जान को खतरा न हो। जब भी माता मुझे बुलाएंगी तो मैं दोबारा आऊंगा, लेकिन हमें बहुत सावधान रहना होगा। ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) राजेश देव ने बताया, ‘कार्यक्रम के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त कर्मी तैनात किए गए थे। शनिवार रात को लगभग 12.30 बजे 1,500-1,600 लोग एकत्र हुए थे।’
आयोजकों और अति विशिष्ट लोगों के परिवारों के लिए मुख्य मंच के पास लोहे के फ्रेम के सहारे लकड़ी का ऊंचा मंच बनाया गया था।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि लगभग 12.30 बजे, यह मंच ढह गया। मंच पर वजन अधिक था इसलिए वह ढह गया और नीचे बैठे लोगों पर जा गिर। घटना में घायल हुए सभी लोगों को एम्स ट्रॉमा सेंटर, सफदरजंग और मैक्स अस्पतालों में ले जाया गया।
उन्होंने बताया, ‘‘अग्निशमन दल को मौके पर बुलाया गया। इस दुर्घटना में 17 लोगों के घायल होने की खबर है। 45 वर्षीय एक महिला को जब मैक्स अस्पताल पहुंचाया गया उसकी मौत हो चुकी थी।’’
देव ने कहा कि दिल्ली पुलिस का अपराध दस्ते भी घटनास्थल पहुंचा। उन्होंने बताया कि सभी घायलों की हालत स्थिर है।
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि आयोजकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 337, 304ए और 188 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और मामले की जांच शुरू की गई है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि उनके विभाग को घटना के बारे में रात 12.45 बजे सूचना मिली। तीन दमकल गाड़ियों के साथ कई टीम घटनास्थल भेजी गईं।