पटना। विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में नए-नए दांवपेच देखने काे मिल रहे हैं। जनता परिवार की एकता और फूट की अटकलों के बीच राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व नेता और मधेपुरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने जन क्रांति अधिकार मोर्चा बनाने का ऐलान किया है। कुछ दिन पहले ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा यानी हम के साथ मैदान में उतरे थे। रविवार को पप्पू यादव ने अपने समर्थकों की अच्छी खासी भीड़ के साथ नए मोर्चे के गठन की घोषणा की। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि उनका मोर्चा लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार की पार्टियों के बीच होने वाले संभावित गठजोड़ में कतई शामिल नहीं होगा।
इस मौके पर पप्पू यादव ने कहा कि उनका मकसद बिहार में मतदाताओं के सामने मजबूत तीसरा विकल्प मुहैया करना है। पिछले 67 सालों से विभिन्न राजनीतिक दल बिहार के लोगों के साथ छल कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात की घोषणा नहीं की है कि जन क्रांति अधिकार मोर्चा पूरी तरह राजनीतिक पार्टी के रूप में काम करेगा अथवा नहीं। यादव ने कहा है कि उनके समर्थकों की एक कोर समिति गठित की जा रही है जो इस पहलू पर दो हफ्तों में फैसला करेगी।
गौरतलब है कि आज ही मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने सितंबर-अक्टूबर के दौरान बिहार में विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना जताई है। इसके साथ ही बिहार चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।