डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने आज आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन के सिलसिले में तमिलनाडु के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें सलाह दी है कि वे संबंधित मंत्री से मिलें। यह तमिलनाडु के लोगों के साथ बड़ा धोखा है।
PM has denied to meet Tamil Nadu all party delegation & has rather advised it to meet concerned minister.This is huge betrayal for people of Tamil Nadu. We asked CM to convene an assembly session to move a resolution in this regard. CM has agreed: MK Stalin, DMK working President pic.twitter.com/A5vhOD57kn
— ANI (@ANI) March 3, 2018
स्टालिन ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री ईके पलानीसामी से इस मामले पर विचार करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। डीएमके नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए तमिलनाडु के सभी सांसदों का इस्तीफा देने का प्रस्ताव रखा। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर विधानसभा सत्र के दौरान चर्चा की जाएगी।
इस बीच राज्य के मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार ने इस बात को गलत बताया कि प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने पर राजी हो गए हैं। जयकुमार ने कहा कि अपनी मांगों के समर्थन में डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने आज मुख्यमंत्री पलानीसामी से मुलाकात की।
Stalin's claim that PM denied meeting an all party delegation is false, but yes CM has agreed to convene a special assembly session: Tamil Nadu Fisheries Minister D Jayakumar on Cauvery Management Board pic.twitter.com/l2YyI6YZz1
— ANI (@ANI) March 3, 2018