असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के वायरल वीडियो के जारी होने के समय पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि संसद के मानसून सत्र से ठीक एक दिन पहले इसे जारी करना राजनीति है।
शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कुछ विपक्ष शासित राज्यों में दुष्कर्म की घटनाएं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित मणिपुर या अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की तुलना में बहुत अधिक हैं।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इस घटना के संबंध में यह मामला बहुत पहले ही दर्ज किया गया था, इसका वीडियो उपलब्ध था। यह संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले जारी हुआ। इसलिए, इसमें कई प्रकार की राजनीतिक चीजें शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा कि यह एक वीभत्स घटना है और वीडियो जारी होने के समय के बावजूद दोषियों को माफ नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वीडियो जारी होने की तारीख चाहे जो भी हो, घटना की निंदा की जानी चाहिए, दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए – इसमें मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, आपको पूरे मणिपुर या पूर्वोत्तर को बदनाम नहीं करना चाहिए।’’ उन्होंने दावा किया कि पूर्वोत्तर खासकर मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में दुष्कर्म की घटनाएं कम होती हैं।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह घटना दुखद है, लेकिन ऐसी छवि बनाई जा रही है कि मणिपुर में ऐसा हर दिन होता है। यदि आप पश्चिम बंगाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की दुष्कर्म की घटनाओं की तुलना मणिपुर से करें, तो यह मणिपुर में कम है।’’
उन्होंने इस घटना को राज्य के नाम से संदर्भित करने पर भी आपत्ति जताई क्योंकि इससे ‘पूरे मणिपुर का नाम खराब हो रहा है’।
उन्होंने कहा, ‘हमें बुरा लग रहा है कि इस घटना के कारण पूरे राज्य को बदनाम किया जा रहा है। निंदा केवल उस घटना तक ही सीमित रहनी चाहिए। इसे पूरे मणिपुर की घटना नहीं कहा जाना चाहिए।’
शर्मा ने कहा, ‘आप बार-बार राज्य का नाम क्यों लेते हैं? जैसे कि कांग्रेस शासित राज्यों में दुष्कर्म की कोई घटना नहीं होती! यह गलत है। लोग घटना की निंदा कर रहे हैं और दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन राज्य को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।’
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘इस घटना का अन्य मणिपुरी लोगों से क्या संबंध है? आप मणिपुर को ऐसे बदनाम कर रहे हैं जैसे राज्य के हर घर, हर गली में ऐसी घटनाएं हो रही हैं।’