रामगोपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अगुवाई में विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहिए और स्वयं पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को इस बात की घोषणा करनी चाहिए। उन्होने कहा कि टिकट वितरण में भी मुख्यमंत्री की राय नहीं ली जा रही है। यादव पत्रकार वार्ता में भावुक भी हो गए। उन्होने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को लोग गलत राय दे रहे हैं। वह अपने खुद के मन से काम करते तो उनसे शानदार नेता देश में नहीं है। उन्होंने कहा कि मुलायम जब उन्हें बुलाएंगे, वह तभी मुलाकात करने जाएंगे। अपनी तरफ से कोई बात नहीं करेंगे। पार्टी से निष्कासित नेताओं की वापसी की वकालत करते हुए यादव ने कहा कि इससे जनता के बीच गलत संदेश जा रहा है।
गौरतलब है कि रामगोपाल सहित विधान परिषद के सदस्य सुनील साजन, आनंद भदौरिया, संजय लाठर, उदयवीर सिंह, अरविंद यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इसके पीछे तर्क दिया गया कि इन लोगों ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लिया।