लखनऊ में ई-रिक्शा वितरण कार्यक्रम में बोलते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसे कई मामले सामने आए जिनमें रेप एक ने किया, नाम चार के लिखा दिए। चार ने रेप कर दिया, कभी ऐसा हो सकता है क्या? ऐसा प्रैक्टिकली संभव नहीं है। परिवार के चार भाई थे, चारों का नाम लिखवा दिया। उन्होंने कहा कि बदायूं रेप कांड को लेकर यूपी सरकार को काफी बदनाम किया गया जबकि सीबीआई ने खुलासा किया कि वहां रेप हुआ ही नहीं था। कानून व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है।
मुलायम सिंह ने उत्तर प्रदेश की कानून एवं व्यवस्था अन्य राज्यों से बेहतर होने का दावा करते हुए यह कथित टिप्पणी की है। इससे पहले बलात्कार को लेकर मुलायम सिंह की उस टिप्पणी पर भी काफी विवाद हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़कों से गलती हो जाती है।
यूपी में रेप कम होने का दावा
सपा प्रमुख ने दावा किया है आबादी के अनुपात में उत्तर प्रदेश में बलात्कार के मामले भाजपा शासित राज्यों से काफी कम हैं। मुलायम ने कहा कि 21 करोड़ की आबादी वाले यूपी में दो फीसदी रेप की घटनाएं सामने आई हैं। ये दो फीसदी भी नहीं होनी चाहिए। भाजपा शासित एमपी और राजस्थान में यूपी से ज्यादा बलात्कार होते हैं। एमपी में यह आंकड़ा 9.8 फीसदी है तो राजस्थान में 7 फीसदी है। दिल्ली में भी ज्यादा रेप होते हैं।
बयान पर विवाद
मुलायम सिंह यादव के विवादित बयान पर भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने तंज कसा कि कहा कि इसमें नया कुछ नहीं है। बलात्कार के बारे में वे पहले भी टिप्पणी कर चुके हैं कि लड़कों से गलती हो जाती है। पाठक ने कहा कि सपा मुखिया की टिप्पणी समाज की आधी आबादी के प्रति उनकी संवेदनहीनता की परिचायक है। उन्होंने कहा एेसी टिप्पणी महिलाओं का अपमान है और इससे अराजकता बढे़गी। इससे बलात्कार के मामलों में अदालतों के निर्णय पर भी सवाल उठाने की मंशा दिखती है।
कांग्रेस प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि अच्छा होता, सपा मुखिया एेसी टिप्पणी करने से बचते और अखिलेश यादव सरकार को अराजक तत्वों के खिलाफ सख्ती से पेश आने की हिदायत देते। त्रिपाठी ने कहा सपा मुखिया की टिप्पणी से यह बात सामने आ जाती है कि उनके मन में महिलाओं के प्रति सम्मान नहीं है। एेसी टिप्पणियां महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों का हौसला बढ़ाने वाली हैं।
- एजेंसी इनपुट