राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) का बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में विलय अब लगभग तय माना जा रहा है। कल सिर्फ औपचारिकता के लिए राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई है। माना जा रहा है कि जदयू में विलय के बाद उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कुमार कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं।
रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी की राज्य कार्यकारिणी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। राज्य कार्यकारिणी की आज दिन भर चली बैठक में सभी जिला अध्यक्षों ने विलय से संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा के बाद अंतिम फैसला लेने के लिए कुशवाहा को अधिकृत कर दिया। कल सिर्फ औपचारिकता के लिए राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई है, जिसमें विलय से संबंधित प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लग जाएगी। इसके बाद संभवत: रविवार को ही रालोसपा का जदयू में विधिवत विलय हो जाएगा।
बैठक में श्री कुशवाहा ने पार्टी नेताओं को समझाया कि जदयू में पार्टी का विलय क्यों जरूरी है। हालांकि जदयू पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि कुशवाहा की पार्टी का विलय अब केवल औपचारिकता मात्र है। विलय के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कुशवाहा की कई दौर की बातचीत हो चुकी है।
रालोसपा की बैठक में श्री कुशवाहा पत्नी को लेकर पहुंचे थे। इस बार के विधानसभा चुनाव में हार के बाद बुलाई गई समीक्षा बैठक में भी कुशवाहा पत्नी के साथ पहुंचे थे। उस समय भी उनकी पत्नी ने बैठक में मौजूद नेताओं को संबोधित किया था।
माना जा रहा है कि जदयू में विलय के बाद कुशवाहा को श्री कुमार कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं। संगठन में महत्वपूर्ण पद के साथ-साथ राज्यपाल कोटे से मनोनयन वाले विधान परिषद में भी उन्हें या उनके किसी करीबी को भेजा जा सकता है।