शिवसेना ने रूपये की गिरती कीमत और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम को लेकर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि देश ‘बनाना रिपब्लिक’ बनने की राह पर है। पार्टी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि डॉलर के मुकाबले रूपया निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की अर्थव्यवस्था के तबाह होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बता रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा कि केंद्र सरकार यह भूल रही है कि पिछले चार साल से वह सत्ता में है। इस दौरान पेट्रोल, डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। पेट्रोल शीघ्र ही सौ रुपये पर पहुंच जाएगा। खासी संख्या में बेरोजगार युवक सड़कों पर उतरेंगे और अराजकता फैलाएंगे। यही कारण है कि आज किसान दुखी हैं। खाद्य पदार्थों, रसोई गैस और सीएनजी की कीमतों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है तथा नए निवेशों में गिरावट आई है।
अस्थिरता की तरफ है देश
शिवसेना ने कहा कि देश की तस्वीर दिल दहलाने वाली है और हम ‘बनाना रिपब्लिक’ बनने की राह पर चल रहे हैं। यानी देश अस्थिरता की ओर बढ़ रहा है। अगर रूपये की कीमत इसी तरह गिरती रही तो यह जल्दी ही सौ रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर के स्तर को पार कर जाएगा। पार्टी ने कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी तो कहा करती थी कि रूपये की कीमत गिरने से देश की साख भी गिरती है।
नोटबंदी का किया था विरोध
शिवसेना ने दावा किया है कि राजन ने सरकार के नोटबंदी के निर्णय का विरोध किया था। वह इसके प्रचार प्रचार के लिए हजारों करोड़ रूपये खर्च करने पर केन्द्र के खिलाफ थे लेकिन नीति आयोग देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करने का आरोप डूबे कर्ज वसूलने के लिए उठाए गए कदमों के लिए आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर मढ़ रहा है।
गिरफ्तारी को बताया था गलत
इससे पहले शिवसेना ने महाराष्ट्र पुलिस के इस दावे को गलत बताया था कि गिरफ्तार किए गए पांचों वामपंथी कार्यकर्ता मोदी सरकार को पलटने की कथित माओवादी साजिश में शामिल थे। शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा था कि उनकी सुरक्षा मजबूत है और इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।