गौरतलब है कि सोमवार को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा बुलाई गई बैठक के दौरान विधान परिषद सदस्य आशू मलिक ने पवन पांडेय पर मारपीट का आरोप लगाया। आशू मलिक ने पांडेय के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दी। उसके बाद से ही माना जा रहा था कि पांडेय के खिलाफ कार्यवाही होना तय है। बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष ने पांडेय को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। पांडेय ने अखिलेश यादव से मिलकर अपना पक्ष भी रखा था।
शिवपाल ने बुधवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि परिवार में किसी प्रकार का मतभेद नहीं है और सब लोग एकजुट हैं। उन्होने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी चाहे वह विधायक हो या फिर मंत्री।