उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा, पार्टी यह कदम उठा रही है। संदीप ने जो भी किया वह गलत है और उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है। अनुशासन समिति को रिपार्ट सौंप दी गई है और उनका जो भी निणर्य होगा, पार्टी उसका पालन करेगी। लेकिन पीएसी ने मामले पर चर्चा करने के बाद आज सुबह संदीप को प्राथमिक सदस्यता ने निलंबित कर दिया है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, मंत्री संदीप कुमार की आपत्तिजनक सीडी मुझे मिल गई है। आप सार्वजनिक जीवन में सदचरित्र बनाए रखने की बात का समर्थन करता है। इससे समझौता नहीं किया जा सकता। उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया जाता हैै।
सिसोदिया ने कहा कि यह निणर्य इस लिया गया क्योंकि उनका व्यवहार गलत था और उन्होंने पार्टी के मूल्यों का उल्लंघन किया है। सिसोदिया ने कहा कि संदीप कुमार के कृत्यों का बचाव नहीं किया जा सकता...एेसे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैंने पहले दिन से ही कहा है कि चरित्र, भ्रष्टाचार और अपराध संबंधी मामलों मेें किसी को बख्शा नहीं जाएगा..अगर एेसे कोई आरोप कल मुझ पर भी लगे, तो भी यही कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार केजरीवाल के कल वेटिकन सिटी रवाना होने से पहले संदीप को निलंबित करने का निर्णय लिया गया। केजरीवाल वहां मदर टेरेसा को संत की उपाधि दिए जाने वाले समारोह में हिस्सा लेने के लिए गए हैं। संदीप को बर्खास्त किए जाने के एक दिन बाद एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा था कि वह पार्टी के मूल्यों से समझौता करने की जगह मरना पसंद करेंगे। साथ ही उन्होंने यह नियम उन पर और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं पर लागू होने की बात भी कही थी।
उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, संदीप कुमार ने पार्टी को धोखा दिया है, उन्होंने आप सरकार को धोखा दिया है और देश भर के उन लोगों को धोखा दिया है जिन्होंने आप पर भरोसा जताया। हम अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं करेंगे। हम किसी भी अनुचित काम को बर्दाश्त करने की जगह मरना, पार्टी को बंद करना या नष्ट करना पसंद करेंंगे। पार्टी नेता आशुतोष के ट्वीट कर संदीप का बचाव करने के सवाल पर उन्होंने कहा, यह उनकी निजी राय है लेकिन पार्टी इसे लेकर स्पष्ट है। आप में चरित्र, भ्रष्टाचार और अपराध संबंधित किसी भी आरोपों को सहन नहीं किया जाएगा। आशुतोष ने एनडीटीवी के ब्लाॅग में कहा था कि कुमार के आपत्तिजनक वीडियो पर उठे विवाद ने समाज के पाखंड एवं मीडिया के खोखलेपन को बेनकाब किया है और उन्होंने अचरज प्रकट किया कि स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहे आपसी सहमति वाले इस कृत्य से मीडिया और राजनीति में एेसा तूफान क्यों मचा है।
मंत्राालय से बर्खास्त किए जाने के बाद संदीप ने आरोप लगाया कि उन्हें दलित होने के कारण षड़यंत्रा के तहत निशाना बनाया जा रहा है।