मोदी सरकार में शामिल शिवसेना के विरोध के चलते ही गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द हुआ था। शिवसेना सांसद संजय राउत ने पाकिस्तानी गायक गुलाम अली का कंसर्ट रद्द होने पर पीएम मोदी की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। गौरतलब है कि बंगाली अखबार आनंदबाजार पत्रिका से बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने दादरी में पीट-पीट कर हत्या किए जाने और मुंबई में गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द होने को दुखद बताया था। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इन घटनाओं में केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
राउत ने कहा, दुनिया नरेंद्र मोदी को गोधरा और अहमदाबाद के चलते जानती है और हम भी उनका इसी वजह से सम्मान करते हैं। यदि उसी नरेंद्र मोदी ने गुलाम अली और खुर्शीद कसूरी से संबंधित विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है तो यह वास्तव में हम सभी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। गोधरा और अहमदाबाद से पहचान बनाने वाले आज ऐसा बयान दे रहे हैं। ये बयान पीएम का है नरेंद्र मोदी का नहीं। राउत ने यद्यपि दादरी घटना पर मोदी की टिप्पणी का समर्थन किया और कहा कि घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण थी।
शिवसेना के इस बयान पर यूपी के मंत्री आजम खान ने भी टिप्पणी की है। आजम ने कहा है कि भाजपा के सहयोगी दल ही उन्हें 'गोधरा का हीरो' मानते हैं। इससे पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया था कि यदि मोदी जी ग़ुलाम अली का विरोध और सुधींद्र कुलकर्णी पर कालिख पोतने को सही नहीं मानते हैं तो क्या शिवसेना से गठबंधन तोड़ेंगे?
शिवसेना से नाता तोड़ने पर विचार करेगी भाजपा
शिवसेना और भाजपा के रिश्तों में बढ़ती खटास के बीच महाराष्ट्र में दोनों पार्टियों का गठबंधन टूटने की अटकलें तेज हो गई हैं। भाजपा के एक शीर्ष नेता ने कहा है कि कल भाजपा के मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक में शिवसेना के साथ संबंध तोड़ने की संभावना पर विचार विमर्श किया जाएगा। शिवसेना ने एक दिन पहले ही भाजपा से कहा था कि यदि उन्हें अपने गठबंधन सहयोगी से कोई समस्या है तो वे गठबंधन सरकार से अलग हो जाएं। पार्टी पदाधिकारी के अनुसार, भाजपा चाहती है कि शिवसेना सत्ता से बाहर हो जाए। इसके विपरीत एक अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा है कि शिवसेना एेसा अतिवादी फैसला करने की हिम्मत नहीं करेगी।