बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और जेडीयू के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी ने बुधवार को जेडीयू से किनारा कर लिया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी की दलित विरोधी नीतियों के खिलाफ इस्तीफा दे दिया है।
उदय नारायण चौधरी पिछले कई दिनों से अपनी ही पार्टी समेत सीएम नीतीश कुमार से नाराज चल रहे थे। वो सरकार के खिलाफ लगातार बगावती तेवर अपनाए हुए थे। मंगलवार को उन्होंने दलितों के समर्थन में एक मार्च भी निकाला था जबकि पटना में हुए यशवंत सिन्हा के कार्यक्रम में भी उनकी सक्रियता दिखी थी।
<blockquote class="twitter-tweet" data-lang="en"><p lang="en" dir="ltr">Senior JDU leader and former Bihar Assembly Speaker Uday Narayan Choudhary resigns from the party (file pic) <a href="https://t.co/xbiiv5rxJR">pic.twitter.com/xbiiv5rxJR</a></p>— ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/991544431533838336?ref_src=twsrc%5Etfw">May 2, 2018</a></blockquote>
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे उदय नारायण चौधरी ने जेडीयू छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में दलितों के साथ हो रहे व्यवहार की वजह से उन्होंने ये फैसला लिया है।
उदय नारायण चौधरी के साथ-साथ जेडीयू के पूर्व प्रदेश युवा अध्यक्ष संतोष कुशवाहा ने भी गुरूवार को अपने समर्थकों के साथ जेडीयू छोड़ने की घोषणा की है। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब पार्टी में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है और केवल धन्ना सेठों की पूछ हो रही है।
वहीं, उदय नारायण के पार्टी छोड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू ने कहा कि उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।