राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी के कुछ अन्य लोगों ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को उनकी पार्टी शिवसेना में संभावित बगावत के बारे में आगाह किया था, लेकिन वह इसको लेकर आश्वस्त थे कि उनके विधायक ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे।
तत्कालीन कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अविभाजित शिवसेना के विधायकों के एक गुट ने पिछले साल जून में ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसके बाद महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गई थी। बाद में बागी विधायकों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एकसाथ मिलकर शिंदे के नेतृत्व में सरकार बना ली थी।
लोकमत के संपादक संजय आवटे ने एक साक्षात्कार के दौरान अजित पवार से सवाल किया कि क्या एमवीए सरकार में शिवसेना में बगावत के बारे में कोई आभास था, इस पर पवार ने कहा कि इस तरह की आशंका के बारे में बहुत पहले ही संकेत थे और ठाकरे को इसके बारे में सूचित किया गया था।
राकांपा नेता अजित पवार ने कहा, ‘‘पवार साहेब (शरद पवार) ने खुद ठाकरे को सूचित किया था, पवार साहेब ने ठाकरे को फोन भी किया था और उन्हें इसके बारे में (शिवसेना में संभावित बगावत) बताया था. हालांकि, उद्धव जी ने कहा था कि उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा है और उन्हें विश्वास है कि वे इस तरह का कदम नहीं उठाएंगे।’’