महाराष्ट्र में शनिवार सुबह हुई सियासी उठापटक के बाद अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की प्रेस कांफ्रेस शुरू हो गई है। पहले साझा प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस को भी शामिल होना था लेकिन वह अलग हो गई है। इस बीच शरद पवार ने कहा कि हमारे विधायकों के पत्र को संभवत: धोखे से इस्तेमाल किया गया है। भाजपा सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाएगी।
इससे पहले राज्य के इस घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि एनसीपी का भाजपा के साथ जाना, अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है और इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
बता दें कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की बैठक के बाद जहां उद्धव ठाकरे को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की सहमति बनी थी। वहीं, आज सुबह यानी शनिवार को महाराष्ट्र में दिखे सियासी उलटफेर के बीच देवेंद्र फड़नवीस ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और अजीत पवार ने डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली। राज्य में शनिवार तड़के पांच बजकर 47 मिनट पर राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के बाद भाजपा-एनसीपी सरकार ने शपथ ग्रहण की।
राज्य के सियासी घटनाक्रम पर क्या बोले शरद पवार
महाराष्ट्र में शनिवार को एनसीपी ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। इस पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एनसीपी का भाजपा के साथ जाना, अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है और इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार बनाने का फैसला अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है, ना कि एनसीपी का। मैं यह बयान रिकॉर्ड करते हुए कहता हूं कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते हैं।'
कांग्रेस ने भी बुलाई आपातकालीन बैठक
वहीं, कांग्रेस ने हालात की समीक्षा के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है। बैठक में महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद पैदा हुए सियासी हालात पर चर्चा की जाएगी। बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल सहित महाराष्ट्र कांग्रेस के सीनियर नेता शामिल होंगे।