शिवसेना ने लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे देशों में अत्यधिक लोकप्रिय हैं, लेकिन नरसिंह राव और मनमोहन सिंह जैसे लोगों ने भारत की आर्थिक प्रगति की बुनियाद रखी थी और दूसरे राष्ट्रों के लिए देश के दरवाजे खोले थे। हम उनके योगदान को कैसे भूल सकते हैं? केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा नीत सरकार में सहयोगी शिवसेना के ये बयान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कल अमेरिका में भारतवंशियों को दिए गए भाषण की पृष्ठभूमि में आए हैं जिसमें प्रधानमंत्री ने संप्रग सरकार में भ्रष्टाचार पर परोक्ष हमला बोलते हुए देश में रिश्वतखोरी की संस्कृति की निंदा की थी।
शिवसेना ने कहा कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों ने देश की अर्थव्यवस्था को उस समय दिशा दी, जब यह बुरी स्थिति में थी। शिवसेना के अनुसार, हालांकि मनमोहन सिंह की विचारधारा हमसे मेल नहीं खाती, लेकिन हमें स्वीकार करना होगा कि वह हमारे देश के लिए सर्वश्रेष्ठ करना चाहते थे। पार्टी ने यह भी कहा कि दूरदर्शन और दूरसंचार के क्षेत्र में क्रांति सबसे पहले प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल में आई थी जिसे उनके उत्तराधिकारी और बेटे राजीव गांधी ने आगे बढ़ाया था।
शिवसेना ने लिखा, दूरदर्शन ने 1982 से पूरे भारत में अपने कार्यक्रमों का प्रसारण शुरू किया। 15 अगस्त, 1982 को स्वतंत्रता दिवस पर इंदिरा गांधी के राष्ट्र के लिए संबोधन का पहली बार दूरदर्शन पर रंगीन प्रसारण किया गया था। भाजपा के सहयोगी दल ने कहा, बाद में राजीव गांधी कंप्यूटर का युग लाए और सुनिश्चित किया कि हर गांव में फोन और एसटीडी बूथ हों। उन्हें और उनके सलाहकार सैम पित्रोदा को भारतीय दूरसंचार क्षेत्र का रचनाकार समझा जाता है।