कर्नाटक में भाजपा के बीएस येदियुरप्पा को राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने की राजग के सहयोगी दल शिवसेना ने भी आलोचना की है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने राज्यपाल के फैसले को संविधान के खिलाफ बताया है।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है लेकिन उनके लिए बहुमत साबित करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को उन लोगों को बुलाया जाना चाहिए जिनके पास अधिकतम संख्या थी। जब ऐसा होता है तो लोग कहते हैं लोकतंत्र की हत्या हो गई, लेकिन जब देश में लोकतंत्र बचा ही नहीं तो हत्या किसकी होगी।
BS Yeddyurappa has taken the oath but it's difficult to prove majority. Governor should have called those who had maximum numbers. When this happens people say, loktantra ki hatya ho gayi, lekin jab desh mein loktantra bacha hi nahi hai toh hatya kiski hogi:Sanjay Raut, Shiv Sena pic.twitter.com/Ja2tTABDBM
— ANI (@ANI) May 17, 2018
भाजपा कर रही संविधान को नष्ट करने का षडयंत्रः मायावती
इस बीच, बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बीएस येदियुरप्पा को शपथ दिलाना संविधान के खिलाफ है। उन्होंने भाजपा बाबा साहब आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को नष्ट करने का षडयंत्र कर रही है। भाजपा जब से सत्ता में आई है वह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर प्रजातंत्र पर हमले कर रही है।
It is a conspiracy to destroy the constitution made by Baba Saheb Ambedkar, since they (BJP) came to power they have been misusing government machinery, thereby attacking democracy : BSP chief Mayawati on BJP's BS Yeddyurappa being sworn in as Karnataka CM pic.twitter.com/8AWBOJRbnB
— ANI (@ANI) May 17, 2018
गौरतलब है कि गुरुवार को येदियुरप्पा ने कर्नाटक के 23 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। उनके शपथ लेने का कांग्रेस और जेडीएस के विधायक व नेताओं ने विरोध किया है। इन नेताओं ने विधानसभा परिसर में धरना देकर अपना विरोध जताया।