कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सिद्धारमैया का कहना है कि येदियुरप्पा मुस्लिमों से नफरत करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि लोग येदियुरप्पा को वोट क्यों देते हैं।
कर्नाटक के होसोर में एक कार्यक्रम के दौरान सिद्धारमैया ने कहा, 'सीएम येदियुरप्पा मुस्लिमों से नफरत करते हैं। मुझे नहीं पता कि वे क्यों एक धर्म से नफरत करते हैं। मैंने टीपू जयंती, कनकदास जयंती और केंपेगौड़ा जयंती की शुरुआत की। टीपू एक राजा थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनके पिता भी एक राजा थे।'
जब मैं सीएम था तो कई योजनाएं लाया और उन्होंने क्या किया?
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि क्यों येदियुरप्पा केवल एक समुदाय से नफरत करते हैं? यह उनकी सांप्रदायिकता को दर्शाता है। जब मैं सीएम था तो कई योजनाएं लाया और उन्होंने क्या किया? लोगों को स्मार्ट होने की जरूरत है। मुझे नहीं पता कि लोग उन्हें वोट क्यों देते हैं।
'क्यों एक ही समुदाय से येदियुरप्पा को नफरत है’
सिद्धारमैया ने कहा, 'क्यों एक ही समुदाय से येदियुरप्पा को नफरत है। यह उनका संप्रदायवाद दिखा रहा है। जब मैं मुख्यमंत्री था तब कई स्कीमों की शुरुआत की। वह ऐसा क्यों करते हैं? लोगों को होशियार होना होगा। मुझे नहीं पता कि लोग उन्हें क्यों वोट देते हैं?'
सरकार को बर्खास्त करने की मांग
वहीं, इससे पहले कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलकर कर्नाटक सरकार को बर्खास्त करने की मांग की थी। सिद्धारमैया का कहना था कि सीएम बी एस येदियुरप्पा और गृह मंत्री अमित शाह ने साजिश रचकर 15 विधायकों को इस्तीफा दिलवाया। सिद्धारमैया ने राष्ट्रपति को भी ज्ञापन सौंपा।
बता दें कि कुल 165 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 9 दिसंबर को मतगणना के दिन होगा। कुल 12 सीटों पर भाजपा, जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। येदियुरप्पा सरकार को बहुमत में बने रहने के लिए उपचुनाव में सात सीटें जीतने जरूरी हैं।