उत्तर प्रदेश में होने वाले उप-चुनावों से पहले सियासी अटकलबाजियां और जोड़-तोड़ शुरू हो गया है। सियासी गलियारों में एक बड़े राजनैतिक उलटफेर के संकेत मिल रहे हैं। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने अपनी विरोधी समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया है। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार प्रवीण निषाद ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के समर्थन का दावा किया है। बसपा के गोरखपुर प्रभारी घनश्याम चंद्र खरवार ने इसकी पुष्टि करते हुए औपचारिक ऐलान भी कर दिया है।
BSP (Bahujan Samaj Party) Gorakhpur in-charge Ghanshyam Chandra Kharwar declared support to Samajwadi Party (SP) candidate Praveen Kumar Nishad in upcoming Gorakhpur by-poll pic.twitter.com/4f1YSou3ho
— ANI UP (@ANINewsUP) March 4, 2018
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा था कि शनिवार को मायावती के घर एक बैठक हुई है जिसमें समर्थन पर चर्चा हुई थी।
हालांकि बसपा के द्वारा भाजपा को समर्थन दिए जाने के सवाल पर समाजवादी पार्टी के नेता सुनील सिंह यादव का कहना है, “मैं इतना जानता हूं कि बसपा उपचुनाव नहीं लड़ेगी। दोनों जगहों पर जहां उपचुनाव होने वाले हैं, समाजवादी पार्टी बीजेपी को कड़ी टक्कर देने वाली है।”
All I know is BSP does not contest by-elections. At both places where by-elections are being held, SP will give a strong fight to defeat the BJP: Sunil Singh Yadav, SP on reports of BSP support to SP for #Gorakhpur & #Phulpur by-elections pic.twitter.com/jUWwmI7ija
— ANI UP (@ANINewsUP) March 4, 2018
इस नए समीकरण को आने वाले लोकसभा चुनावों के पहले एक महागठबंधन के रूप में भी देखा जा रहा है। गोरखपुर और फूलपुर में 11 मार्च को मतदान होना है और इसके परिणाम 14 मार्च को आएंगे।
गौरतलब है कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटें योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के विधानसभा सदस्य बनने की वजह से खाली हुई हैं। फिलहाल माया और अखिलेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती भाजपा है। फिलहाल यही कहा जा सकता है कि राजनीति में एक दुश्मन को हराने के लिए दो दुश्मन दोस्त बन जाए तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए।