भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कैलाश विजयवर्गीय को चुनावी मैदान पर उतारने का फैसला किया है। मगर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव खुद आश्चर्यचकित नज़र आए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व का निर्णय "आश्चर्यजनक" लेकिन वे जो कहेंगे, मैं करूंगा।
गौरतलब है कि भाजपा नेता को इस साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए इंदौर -1 निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी द्वारा मैदान में उतारा गया है। समाचार एजेंसी एएनआई से विजयवर्गीय ने कहा, "यह पार्टी का आदेश है। मुझे बताया गया था कि मुझे काम सौंपा जाएगा कि मैं 'नहीं' नहीं कहूंगा और मुझे यह करना होगा। जब टिकट घोषित किए गए, मैं भी हैरान था। मैं पार्टी का सिपाही हूं। वे जो कहेंगे, मैं करूंगा।"
मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा ने सोमवार को 39 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक विशाल सभा को संबोधित करने के कुछ घंटों बाद घोषित नई सूची में पार्टी के चार सांसद और तीन केंद्रीय मंत्री शामिल हैं।
भाजपा की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्री केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री (एमओएस) प्रह्लाद सिंह पटेल और ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते शामिल हैं। नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी सीट से चुनाव लड़ेंगे, वहीं प्रह्लाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते क्रमशः नरसिंगपुर और निवास से चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि 13 सितंबर को, भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी के मुख्यालय में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनावों पर चर्चा के लिए एक बैठक की। बैठक में पीएम मोदी समेत बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह समेत चुनाव समिति के अन्य सदस्य और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे।
भाजपा ने 17 अगस्त को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें 39 उम्मीदवारों के नाम का खुलासा किया गया। इसी के साथ, भाजपा अब तक मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों में से 78 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।
राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। मतदान के माध्यम से, राज्य 230 विधानसभा क्षेत्रों से विधायकों का चुनाव करेगा।