प्रदेशाअध्यक्ष शौकत अली के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में एक विशाल धरना दिया। कहा कि अगर दस दिनों के अंदर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वे पूरे प्रदेश में आंदोलन करेंगे। मांगपत्र में कहा गया है कि- कई वर्षों लेकर समाजवादी सरकार ने मुसलमानों से सिर्फ खोखले वादे ही किए हैं। सपा सरकार ने आजतक मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के जख्मों पर मरहम तक नहीं लगाई। उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की हर स्तर पर स्थिति खराब है। उनकी आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक न्याय की स्थिति बदहाल है। मुसलमानों की आर्थिक और शैक्षणिक खराब स्थिति को देखते हुए सामाजिक पिछड़ेपन की बुनियाद पर उन्हें 18 फीसदी आरणक्ष दिया जाए। सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्रा कमीशन की सिफारशें लागू की जाएं। आतंकवाद के झूठे आरोप में जेलों में बंद बेगुनाह मुसलमान युवाओं की रिहाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाई जाए। ब्लॉक स्तर पर उर्दू माध्यम स्कूल खोले जाएं। मदरसों का बजट अलग से तय किया जाए। मुसलमानों को सुरक्षा दी जाए और उन्हें पुलिस एजेंसियों में भर्ती किया जाए। बीस घंटे गांव में और 22 घंटे शहरों में बिजली दी जाए। 66 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों को पेंशन दी जाए।
यह भी कहा गया कि वादों को पूरा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाता है। ऐसा न होने पर प्रदेशभर में दस लाख से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के आवास पर आंदोलन करेंगे। इस मौके पर युवा नेता चौधरी सलमान नदवी ने कहा कि इस भीड़ ने मुझे यकीन दिलवा दिया है कि समाजवादी सरकार के पापों का घड़ा भर चुका है। अल्लाह ने चाहा तो 2017 के विधानसभा चुनाव में हम मुलायम सिंह यादव प्राइवेट कंपनी को उखाड़ फेंकेंगे। इस मौके पर लखनऊ जिला स्तर से साजिद हाशमत ने लखनऊ जिले और शहर से आए तमाम कार्यकर्ताओं नौजवानों, बुजुर्गों और महिलाओं का धन्यवाद किया।