बिहार में सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में मचे घमासान का अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। इसे लेकर मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) एनडीए सरकार से अलग हो सकती है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस संबंध में औपचारिक घोषणा गुरूवार को किए जाने की संभावना है।
नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर नेता ने कहा कि कुशवाहा के केंद्रीय मंत्री पद से भी इस्तीफा देने की संभावना है।
बता दें कि कुशवाहा अभी केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री हैं।
नेता ने कहा कि कुशवाहा का इस्तीफा सिर्फ एक औपचारिकता है जो उनके राष्ट्रीय राजधानी जाने तथा प्रधानमंत्री से मिलने के बाद पूरी कर ली जाएगी।
रालोसपा ने बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार तथा बिहार में नीतीश कुमार सरकार की तीखी आलोचना की।
वाल्मीकि नगर में पार्टी के चिंतन शिविर में कुशवाहा को राजनीतिक फैसले लेने के लिए अधिकृत किया गया।
पार्टी नेता ने कहा कि आरएलएसपी के कठोर रुख से यह साफ हो गया है कि एनडीए के साथ जो गठबंधन था, वह अब खत्म हो गया है। उन्होंने कहा, 'एनडीए में आरएलएसपी के होने का अर्थ भाजपा और एलजेपी से गठबंधन था। नीतीश कुमार की जेडीयू के साथ हमारा कोई गठबंधन नहीं है। वह पिछले साल गठबंधन में शामिल हुए हैं जबकि हम 2014 से ही एनडीए का हिस्सा हैं।'
उपेंद्र कुशवाहा ने चिंतन शिविर में निकाली भड़ास
केंद्रीय राज्यमंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने मंगलवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के दो दिवसीय चिंतन शिविर में कहा कि भाजपा ने जदयू के सामने घुटने टेक दिए हैं। अब एनडीए का विनाश तय है। जिस नाव पर भाजपा जदयू सवार हैं, उस नाव को डूबने से संसार की कोई ताकत नहीं बचा सकती है। जिस नाव का खेवनहार नीतीश कुमार हो वह निश्चित रूप से डूबेगी। एनडीए के विरोध में भाजपा के कई विधायक धरने पर बैठे हैं।