पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। चुनाव में मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के बयान से उनका तनाव साफ देखा जा सकता है। ज्यादातर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी छोड़ते समय हुए कहा था कि पार्टी अब वंशवाद की शिकार हो गई है। एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार माना जा रहा है कि अगर ममता को शिकस्त मिली तो उसकी वजह कहीं वंशवाद ही न बन जाए।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि टीएमसी विधानसभा चुनाव में कमजोर साबित हुई तो उसकी मुख्य वजह ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ उनके परिवार पर लगे तमाम आरोप भी होंगे। अभिषेक लगातार कई मुद्दों पर घिरते रहे हैं। उनका कहना है कि तृणमूल के जो नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं, उसकी वजह ममता बनर्जी के भतीजे हैं।
इसके साथ ही नेताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी में अब अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर का दखल बढ़ने लगा है। ममता बनर्जी अब अपनी कुर्सी अभिषेक बनर्जी को सौंपना चाहती हैं। जिस पर कई नेताओं में नाराजगी बढ़ गई और कई दिग्गज टीएमसी छोड़कर बीजेपी में चले गए।
चुनाव से पहले अभिषेक की पत्नी और साली पर कोल स्कैम में शामिल होने का आरोप लगा। सीबीआई ने उनसे पूछताछ की। साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले 15 मार्च को रुजिरा को कोलकाता एयरपोर्ट पर दो किलो सोने के साथ पकड़ा गया था। उनके ऊपर आरोप लगे थे कि वह बैंकॉक से अवैध तरीके से सोना लाई थीं।
आरोप लगा कि कस्टम अधिकारियों ने उन्हें एयरपोर्ट पर रोका तो पुलिस वालों ने कस्टम अधिकारियों को धमकाया था। कस्टम विभाग ने रुजिरा के खिलाफ समन जारी किया था। समन को खारिज करने के लिए रुजिरा ने हाई कोर्ट में अपील की थी। उनके ऊपर अभी सोना तस्करी का मामसा चल रहा है। अभिषेक रुजिरा के बचाव में आए थे और उन्हें राजनीतिक विरोधियों का सामना करना पड़ा था। अभिषेक ने चुनाव आयोग में अपनी संपत्ति 1.5 करोड़ घोषित की है, लेकिन वह काफी शानदार जिंदगी जीते हैं। विपक्षी इस आलीशान घर को भी लेकर ममता पर निशाना साधते रहे हैं कि वह खुद तो साधारण घर में रहने का दिखावा करती हैं और उनका भतीजा इतने बड़े घर में रहा है।