केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आज अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह उसकी चेतावनियों की अनदेखी करने और पड़ोसी देश का भव्य स्वागत करने का नतीजा है। पाकिस्तानी मीडिया की खबरों के अनुसार संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने पठानकोट आतंकवादी हमले को भारत द्वारा नियोजित बताया है। वहीं भारतीय कामगार सेना के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो लोग सरकार की तरफ उम्मीद के साथ देख रहे थे वह अब हर तरफ खतरा पा रहे हैं। सरकार को आम आदमी की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं है। आम आदमी कर और बढ़ती महंगाई के बोझ से दबा है। उन्होंने कहा, देश में हालात अंधकारमय है और भारी रोष है। जवान सीमा की रक्षा करने के लिए कठोर परिश्रम कर रहे हैं और किसान खेतों में पसीना बहा रहे हैं। सरकार का लोगों के कठिन परिश्रम से अर्जित कर बैंकों में जमा किए धन से कुछ लेना-देना नहीं है। माल्या जैसे लोग धन लेते हैं और देश से भाग जाते हैं। उन मुद्दों पर करों में छूट दी जा रही है जिसकी आवश्यकता नहीं है। आवश्यक वस्तुओं पर कर लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल अब महंगे हैं और अब अनाज महंगे होंगे।
उद्धव ने कहा, ब्रिटेन में तीन बड़े उद्योगों के बंद होने से 40 हजार श्रमिकों के बेरोजगार होने की बात जानकर प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन, जो अपने परिवार के साथ विदेश में छुट्टी मना रहे थे, वापस लौट आए। मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, क्या हमारे देश में ऐसा होगा। एक तरफ ब्रिटिश प्रधानमंत्री वापस आते हैं। हमारे प्रधानमंत्री बाहर जाते हैं। नारे को लेकर विवाद पर टिप्पणी करते हुए ठाकरे ने कहा, यह कहा गया कि जो लोग भारत माता की जय का नारा लगाने से मना करते हैं उन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। तब आप किस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उनका कॉलर पकड़कर उन्हें बांग्लादेश और पाकिस्तान भेज दें। जेआईटी की लीक हुई रिपोर्ट पर शिवसेना प्रमुख ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जिन लोगों ने पठानकोट हवाई ठिकाने पर आतंकवादी हमले की साजिश रची उन्हें इसकी जांच के लिए न्योता दिया गया। अपने संपादकीय में शिवसेना प्रमुख ने कहा, शिवसेना द्वारा सरकार को दी गई सारी चेतावनी दुर्भाग्य से सही साबित हुई है। भारत सरकार द्वारा दिए गए सारे सबूतों को पाकिस्तानी जेआईटी ने खारिज कर दिया है। न सिर्फ उन्होंने उसे खारिज किया बल्कि अविवेकपूर्ण निष्कर्ष देते हुए इसे भारत का ड्रामा करार दे दिया है। आगे कहा, मित्रों की सलाह की अनदेखी करने और शत्रु राष्ट्र पर भरोसा करने और पाकिस्तान का भव्य स्वागत करने का यही नतीजा है। यहां तक कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाहौर गए और पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मिले तो हमने चेतावनी दी थी कि विश्वासघात होगा। अंत में उन्होंने हमसे विश्वासघात किया और पठानकोट हवाई ठिकाने पर हमला किया।