दिल्ली महिला आयोग की पूर्व प्रमुख स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर उनके मंत्रियों पर महिला आयोग को एक संस्था के रूप में ‘‘कमजोर’’ करने का आरोप लगाया है।
स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि दिल्ली महिला आयोग के कर्मचारियों को पिछले छह महीने से वेतन नहीं दिया गया, आयोग का बजट 28.5 प्रतिशत कम कर दिया गया, 181 हेल्पलाइन को वापस ले लिया गया और अध्यक्ष एवं दो सदस्यों के रिक्त पदों को भरने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
स्वाति ने कहा, ‘‘जब से मैंने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया है, तब से दिल्ली सरकार के मंत्रियों और अफसरों ने आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।’’
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पिछले छह महीने से किसी को वेतन नहीं दिया गया, बजट 28.5 प्रतिशत कम कर दिया है, 181 हेल्पलाइन का संचालन वापस ले लिया गया और अध्यक्ष एवं दो सदस्यों के पद भरने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।’’
दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को कहा था कि महिला हेल्पलाइन नंबर अब उनका विभाग चलाएगा और यह नंबर कुछ दिनों तक बंद रहेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजना यह अनिवार्य करने की है कि महिला हेल्पलाइन का संचालन दिल्ली महिला आयोग के बजाय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जाए।
मालीवाल ने इसी पोस्ट में लिखा, ‘‘ दलित सदस्य का पद डेढ़ साल से खाली है। मेरे जाते ही महिला आयोग को फिर से एक कमजोर संस्थान बनाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है । महिलाओं से दिल्ली सरकार क्यों दुश्मनी निकाल रही है? मैंने अरविंद केजरीवाल जी को पत्र लिखकर उनसे जवाब मांगा है।’’
मालीवाल ने केजरीवाल के करीबी सहयोगी बिभव कुमार पर मुख्यमंत्री आवास में उन पर हमला करने का आरोप लगाया था। कुमार इस मामले में न्यायिक हिरासत में हैं।