राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की किल्लत को देखते हुए जल मंत्री आतिशी ने त्वरित प्रतिक्रिया दलों को पानी की प्रमुख पाइपलाइनों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है जिससे यह पता लगाया जा सके कि किसी पाइपलाइन में रिसाव न हो।
त्वरित प्रक्रिया दलों में अतिरिक्त जिलाधिकारी/उप-जिलाधिकारी स्तर के अधिकारियों और तहसीलदारों को शामिल किया गया है, जो दिल्ली में पानी के टैंकरों की व्यवस्था और पानी से संबंधित शिकायतों का समाधान करेंगी।
जल मंत्री आतिशी ने कहा, ”मुख्य सचिव को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है कि ये दल जल स्रोतों से लेकर हमारे जल शोधन संयंत्रों तक और जल शोधन संयंत्रों से लेकर भूमिगत जलाशयों तक जल वितरण की निगरानी और निरीक्षण करेंगे।”
उन्होंने 11 जून को लिखे पत्र में कहा, ”ये दल पानी की अहम पाइपलाइनों का निरीक्षण करेंगे, जिससे यह पता चल सके कि किसी भी पाइपलाइन में कोई रिसाव न हो और यदि किसी पाइपलान में कहीं से रिसाव होता है तो उसे 12 घंटे के भीतर ठीक किया जाना चाहिए। जल संकट की इस स्थिति के समय में पानी की एक भी बूंद बर्बाद नहीं की जा सकती।”
मंत्री आतिशी ने कहा कि त्वरित प्रतिक्रिया दलों द्वारा किए गए सभी निरीक्षणों की दैनिक रिपोर्ट प्रतिदिन शाम पांच बजे तक उनके कार्यालय में प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”चूंकि दिल्ली में भीषण गर्मी के कारण जल संकट की स्थिति है, इसलिए पानी की बर्बादी रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्य जल वितरण की निगरानी के लिए एडीएम/एसडीएम की विशेष टीमें तैनात की गई हैं, ताकि पाइपलाइन में रिसाव के कारण पानी की बर्बादी न हो सके।”