कांग्रेस सांसदों और नेताओं ने सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की नई घोषित अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के साथ एकजुटता दिखाते हुए रविवार को जंतर मंतर पर 'सत्याग्रह' किया।
कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के लिए फायदेमंद नहीं है और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरे में डालती है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी नेताओं जय राम रमेश, राजीव शुक्ला, सचिन पायलट, सलमान खुर्शीद और अलका लांबा ने 'सत्याग्रह' में हिस्सा लिया। पायलट ने 'सत्याग्रह' से इतर कहा कि यह 'योजना को वापस लिया जाना चाहिए।''
उन्होंने प्रदर्शन कर रहे युवकों से हिंसा का सहारा नहीं लेने की अपील करते हुए कहा, ''योजना का विरोध करना उनका अधिकार है लेकिन यह शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए और हिंसा नहीं होनी चाहिए।"
बता दें कि देश के कई हिस्सों में युवा विवादास्पद रक्षा भर्ती योजना का विरोध कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में, विभिन्न शहरों और कस्बों से प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ करने, ट्रेनों में आग लगाने और सड़कों और रेलवे पटरियों को अवरुद्ध करने की घटनाएं सामने आई हैं।
धरना स्थल पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती देखी गई। जंतर-मंतर के प्रवेश और निकास द्वार को बंद कर दिया गया है।