बिहार में अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना के खिलाफ व्यापक विरोध के बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि युवाओं के मन में इस योजना को लेकर कई तरह के संदेह हैं। उन्होंने सरकार से इसे वापस लेने की मांग की।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या यह शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा जैसी पहल थी या इसमें आरएसएस का "छिपा हुआ एजेंडा" था। यादव ने युवाओं से इस योजना का शांतिपूर्ण विरोध करने की भी अपील की। उन्होंने आगे पूछा कि पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं?
तेजस्वी ने आगे कहा कि सरकार 'वन रैंक, वन पेंशन' की बात करती है, लेकिन 'नो रैंक, नो पेंशन' की योजना लेकर आई है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने सरकार से 20 सवाल पूछे और कहा कि लोगों के मन में कई शंकाएं हैं जिन्हें सरकार को दूर करना चाहिए।
यादव ने पूछा कि सेना में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए अग्निपथ क्यों नहीं था। उन्होंने कहा, "देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और जो सैनिक बनना चाहते हैं उनमें गुस्सा है।" यादव ने मांग की कि इस योजना को वापस लिया जाए।
उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को आगजनी और हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराने वाले भाजपा के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि केंद्र इसके लिए जिम्मेदार है लेकिन इसके लिए विपक्ष को दोषी ठहराता है।