बिहार में राजनीतिक खींचतान के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में शुक्रवार को सारी संभावनाओं को नकारते हुए कहा कि नीतीश कुमार के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में मध्यावधि चुनाव होना तय है और मैंने अपने कार्यकर्ताओं को इसके लिए तैयार रहने को कह दिया है।
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही अटकलों और बयानबाजियों के बीच राज्य के पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी की भी प्रतिक्रिया आई है। हिंदुस्तान के मुताबिक शनिवार को उन्होंने कहा कि खरमास बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को इसके उलट बयान दिया था और कहा था कि अभी तक इस संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि मेरे कार्यकाल में पहली बार देरी हुई है।
दूसरी तरफ, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) अध्यक्ष मुकेश सहनी ने एनडीए के दलों के घटक दलों में मतभेद की खबरों को भी नकार दिया। उन्होंने कहा कि हमारे बीच में कोई मतभेद नहीं है।
गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश की घटना के बाद बिहार का राजनीतिक गर्मी काफी बढ़ गई थी। आरजेडी की तरफ से नीतीश कुमार को भी साधने की कोशिश हुई। राजद उपाध्यक्ष श्याम रजक ने यहां तक दावा कर दिया था कि जदयू के 17 विधायक कभी भी लालटेन थाम सकते हैं।