कुछ दिन पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर एक बयान दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने अय्यर के उस बयान पर पटलवार करते हुए कहा कि वो खुद लाहौर जा चुके हैं, जहां पर उन्होंने पाकिस्तान की क्षमताओं का आकलन खुद से किया था।
आपको बता दें कि हाल में प्रधानमंत्री मोदी ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अय्यर के बयान का जवाब दिया जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, इसलिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने अपनी 2015 की यात्रा के दौरान एक घटना का जिक्र किया जब पाकिस्तान के एक पत्रकार ने बिना वीजा के उनके अघोषित आगमन पर आश्चर्य व्यक्त किया था। प्रधानमंत्री ने कहा, “उस ताकत को मैं खुद लाहौर जाकर चेक करके आया हूं। मैं जब वहां गया तो वहां के कुछ पत्रकार हल्ला मचाने लगे- हाय अल्लाह, बिना वीजा के आ गए। मैंने उन्हें बताया कि मुझे वीजा की क्या जरूरत है। कभी यह मेरा देश हुआ करता था।”
प्रधानमंत्री 2015 में अफगानिस्तान से लौटते वक्त लाहौर पहुंच गए और तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री ने इंटरव्यू के दौरान कई दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा किया। उन्होंने आर्टिकल 370 के हटने से लेकर मुस्लिम आरक्षण पर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर बात की इससे इतर उन्होंने विदेश नीति पर जोर देते हुए दूसरे देशों के नेताओं के साथ व्यक्तिगत और आधिकारिक संबंध विकसित करने की भी बात की।
इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री से पूछा गया कि चांद पर चंद्रयान के सफल लैंडिंग के बाद पाकिस्तान की क्या प्रतिक्रिया था, प्रधानमंत्री ने कहा, “उनके लिए झंडे पर चांद है तो बहुत कुछ है, मेरे लिए चांद पर झंडा ही सबकुछ है।”