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Search Result : "अंतरराष्ट्रीय जगत"

पैसे ही नहीं, भरोसा भी लूटा था राजू ने

पैसे ही नहीं, भरोसा भी लूटा था राजू ने

सत्यम कंप्यूटर्स के प्रमोटर बी. रामलिंगा राजू को 7 साल की सजा भले ही सुना दी गई हो मगर उन 6 करोड़ निवेशकों को यह सजा अगर कम लग रही है तो उसकी जायज वजहें हैं। राजू ने इन निवेशकों का सिर्फ भरोसा ही नहीं तोड़ा बल्कि उनकी खून-पसीने की कमाई भी लूट ली।
पीएम ने शुरु किया मुद्रा बैंक

पीएम ने शुरु किया मुद्रा बैंक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में मुद्रा बैंक को लॉन्च किया। मुद्रा बैंक छोटे उद्यमियों को 10 लाख रुपये तक का कर्ज मुहैया कराएगा।
रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरें अपरिवर्तित रखीं

रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरें अपरिवर्तित रखीं

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को नीतिगत ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया। वह देखना चाहते हैं कि खाद्य मुद्रास्फीति पर हाल की बेमौसम बारिश का क्या असर रहता है। साथ ही वह यह भी चाहते हैं कि रेपो दर में पिछली कटौतियों का फायदा बैंक उपभोक्ताओं को दें।
सहारा के खिलाफ 40 करोड़ डालर का मुकदमाः मिराक

सहारा के खिलाफ 40 करोड़ डालर का मुकदमाः मिराक

अमेरिकी कंपनी मिराक कैपिटल ने सहारा समूह के खिलाफ 40 करोड़ डालर का मानहानि का मुकदमा करने की बात कही है। मिराक का आरोप है कि सहारा समूह के साथ वित्तीय सौदा नाकाम रहने के कारण उसे अपूरणीय क्षति हुई है और उसके निवेशकों का भरोसा हिला है।
बांग्लादेश ने हासिल किया रिकार्ड लक्ष्य

बांग्लादेश ने हासिल किया रिकार्ड लक्ष्य

तमीम इकबाल की अगुवाई में शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाजों की अर्धशतकीय पारियों से बांग्लादेश ने पेशेवर क्रिकेट का शानदार नमूना पेश करके यहां काइल कोएटजर की बड़ी शतकीय पारी पर पानी फेरा और स्काटलैंड को छह विकेट से हराकर आईसीसी विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा।
हिंदी साहित्यकारों को अंतरराष्ट्रीय सम्मान

हिंदी साहित्यकारों को अंतरराष्ट्रीय सम्मान

ढींगरा फाउंडेशन-हिंदी चेतना अंतर्राष्ट्रीय साहित्य सम्मानों की घोषणा कर दी गई है। यह घोषणा वषऱर्ष 2014 के लिए है। इस के अंतर्गत यह पुरस्कार उषा प्रियंवदा (अमेरिका), चित्रा मुद्गल और ज्ञान चतुर्वेदी (भारत) को प्रदान किए जाएंगे।
अमर्त्य सेन को चांसलर नहीं बनाना चाहती सरकार

अमर्त्य सेन को चांसलर नहीं बनाना चाहती सरकार

नोबल पुरस्कार विजेता और नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति अमर्त्य सेन ने गहरी पीड़ा से लिखे पत्र में इस बात का खुलासा किया है कि केंद्र सरकार उन्हें इस विश्वविद्यालय के कुलपति के तौर पर दूसरी पारी नहीं देने की इच्छुक है। इस पत्र के बाद से आकादमिक जगत में बढ़ती राजनीतिक दखलंदाजी पर तीखी चर्चा शुरू हो गई है।