कई बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता इरफान खान को कभी भी दमदार किरदारों की कमी नहीं रही है। उनका कहना है कि वह दुनियाभर में अच्छी कहानियों का पीछा करते रहेंगे।
शाहिद कपूर, करीना कपूर और आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म उड़ता पंजाब को लेकर खड़े हुए विवाद का उत्तर भारत में फिल्म को फायदा मिलता नजर आ रहा है, हालांकि देश के दक्षिण और पूर्वी हिस्से में फिल्म को उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
हीरोपंती वाले टाइगर को पहचान बनाना बाकी है, लेकिन एबीसीडी गर्ल श्रद्धा कपूर को दर्शक पहचानने लगे हैं। अपने बचपन के दोस्त टाइगर श्रॉफ के साथ श्रद्धा की नई फिल्म आने वाली है और वह टाइगर की तारीफ में जुटी हुई हैं।
लंबे समय से भाजपा के गले की हड्डी बने पार्टी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने दावा किया है कि वह अगर निर्दलीय के तौर पर भी चुनाव लड़ते हैं तो वह जीत सकते हैं। उन्होंने यह भी माना कि उन्हें लंबे समय से अन्य पार्टियों से प्रस्ताव मिलते रहे हैं।
राजनीतिज्ञ, किसान, क्रिकेट प्रशासक और लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद के दावेदार रहे शरद पवार ने अपनी आत्मकथा, ऑन माई टर्म्स: फ्रॉम द ग्रासरूट्स टू द कॉरीडोर्स ऑफ पावर(प्रकाशक: स्पिकिंग टाइगर) को जारी करते हुए अपना 75वां जन्मदिन मनाया। अपनी बीमारी के बावजूद कभी पूराने कांग्रेसी रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के इस मुखिया की जिंदादिली और फुरतीलापन बरकरार है और वह सन्यास लेने का कोई संकेत नहीं देते हैं। दिल्ली में उन्होंने बुला देवी से बातचीत की।
आरडी बर्मन पर पंचम अनमिक्सड : मुझे चलते जाना है नाम से वृत्तचित्र के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त ब्रह्मानंद एस सिंह का मन संगीत में रमता है। अभी वह प्रसिद्ध गजल गायक जगजीत सिंह पर कागज की कश्ती नाम से फिल्म बना रहे हैं। बाल मजदूरों पर भी वह एक संवेदनशील फिल्म झलकी बना चुके हैं।
अब यह राज खुल गया है कि मस्तिष्क में अच्छी स्मृतियां कैसे बनती हैं मस्तिष्क के एक विशेष क्षेत्र के न्यूरॉन हर दिन के घटनाक्रम के बारे में तेजी से स्मृतियां बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात कही गयी है।
विनोद मेहता की कई बातें जो उन्हें अन्य संपादकों से अलग करती थीं, उनमें सबसे बड़ी यह है कि वे लोकतंत्र में सिर्फ यकीन ही नहीं करते थे, उसे पत्रकारिता में भी पूरी तरह अपनाया हुआ था। संपादक के नाम पत्र कॉलम में अपने खिलाफ लिखी चिट्ठियों को भी वे जिस तरह तवज्जो देते थे, उसकी मिसाल शायद ही अन्यत्र मिले।