भोपाल गैस त्रासदी: मोती सिंह और स्वराज पुरी की आपराधिक पुनरीक्षण याचिकाएं खारिज
भोपाल के यूनियन कार्बाइड कारखाने से दो और तीन दिसंबर 1984 के बीच की रात को जहरीली गैस रिसने से करीब 15,000 लोगों की मौत हो गयी थी और लाखों लोग प्रभावित हुए थे।