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साहित्य अकादेमी में मना विश्व पुस्तक दिवस

साहित्य अकादेमी में मना विश्व पुस्तक दिवस

किताबों की हमारे जीवन में उपस्थिति और उसके महत्व को रेखांकित करते हुए साहित्य अकादेमी ने ‘साहित्य मंच’ के अंतर्गत विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर एक विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े महत्त्वपूर्ण लोगों ने किताबों से अपने रिश्तों को श्रोताओं से साझा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसार भारती के सीईओ श्री जवाहर सरकार ने की।
गुरदासपुर में होगा मराठी साहित्य सम्मेलन

गुरदासपुर में होगा मराठी साहित्य सम्मेलन

पंजाब के गुरदासपुर जिले का गुमान गांव आने वाले दो दिन मराठी भाषियों से गुलजार रहेगा। गुमान में भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का 88 वां संस्करण शुरू हो रहा है। गुमान वही स्थान हैं जहां मराठी संत नामदेव ने अपने जीवन के अंतिम साल गुजारे थे।
व्हॉट्स ऐप पर साहित्यिक चर्चा

व्हॉट्स ऐप पर साहित्यिक चर्चा

स्मार्ट फोन पर इस एप्लीकेशन ने देश-विदेश में बसे साहित्यकारों को मुहैया कराया है एक मंच। इस मंच पर साहित्य अलग तरह से गति पकड़ रहा है। कविता-कहानी और सम सामयिक विषयों पर जोरदार चर्चा से पाठक और लेखक सीधे संवाद स्थापित कर पाते हैं।
राजस्थान में लगातार ईसाई समुदाय पर हमले

राजस्थान में लगातार ईसाई समुदाय पर हमले

देशभर में ईसाईयों के खिलाफ हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान के आदिवासी इलाकों में हर दिन ईसाईयों के खिलाफ कुछ न कुछ घटनाएं सामने आ रही हैं। नागरिक अधिकार संगठन पीयूसीएल की हाल ही में आई रिर्पोट के अनुसार उदयपुर जिले मे ईसाईयों के खिलाफ गंभीर मामले सामने आए हैं। इन्हें इनके पूजा करने के संवैधानिक अधिकार तक से वंचित किया जा रहा है। आदिवासी ईसाईयों को भयभीत किया जा रहा है।
मेरे शौचालय हैं कहां, कोई तो बताए ?

मेरे शौचालय हैं कहां, कोई तो बताए ?

देश भर में जोर-शोर से चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के बीच मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के बाढ़ गांव के 45 परिवार सरकार से पूछ रहे हैं कि मेरे शौचालय कहां है? निर्मल भारत अभियान के वेबसाइट पर उनके घरों में शौचालय बन चुके हैं, पर वे सभी आज भी खुले में शौच जाने के मजबूर हैं। उनके घरों में शौचालय ही नहीं है। वे अपने गायब शौचालय के लिए लगातार आवेदन दे रहे हैं, पर उनकी सुनवाई ही नहीं हो रही है।
मोदी को विदेश में याद आया हिंदी साहित्य

मोदी को विदेश में याद आया हिंदी साहित्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिन्दी साहित्य को समृद्ध बनाने में योगदान के लिए आज मॉरीशस की सराहना की और कहा कि इस भाषा ने विश्व में एक विशेष स्थान हासिल कर लिया है।
साहित्य सम्मेलन क्यों हों

साहित्य सम्मेलन क्यों हों

सन 2014 का ज्ञानपीठ पुरस्कार मराठी लेखक भालचंद्र नेमाड़े को दिया जाएगा। नेमाड़े अपने उपन्यास हिंदू – जगण्याची अड़गळ के लिए जाने जाते हैं। मराठी भाषा में अड़गळ का अर्थ होता है ऐसा कबाड़ जो संभाल कर रखा जाता है। ऐसे कबाड़ को प‌रिभाषित करने वाले नेमाड़े बहुत बेबाकी से बोलते हैं।
साहित्योत्सव 2014

साहित्योत्सव 2014

साहित्य अकादेमी के पुरस्कार समारोह के साथ तीन दिन का साहित्योत्व शुरू हो गया है। देश-विदेश से लेखक और साहित्य में रूचि रखने वाले इस उत्सव में जमा हुए हैं। यह उत्सव हर साल आयोजित होता है, जिसका इंतजार सभी को रहता है।
कला संस्थाओं का बजट घटाया

कला संस्थाओं का बजट घटाया

नए बजट में कला संस्थाओं के बजट में कटौती हो गई है। सरकार को लगता है कि कलाकारों को पैसों की कुछ खास जरूरत नहीं होती। वे कला को ही ओढ़-बिछा कर अपना जीवन यापन कर सकते हैं।