केंद्र ने आज उच्चतम न्यायालय से कहा कि वह एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों की एकल प्रवेश परीक्षा नीट अगले शैक्षणिक वर्ष से उर्दू माध्यम में भी कराने के सुझाव पर विचार के लिए तैयार है।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि जो छात्र भविष्य में पत्रकार बनने की महत्वकांक्षा रखते हैं उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खबरों और विचारों का मिश्रण ना हो। उर्दू पत्रकारिता में नए पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने पर आईआईएमसी की सराहना करते हुए नायडू ने कहा कि उर्दू पत्रकारिता मीडिया और हमारे देश के संचार व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसने स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उर्दू जबान की तरक्की के लिए फिक्रमंद साहित्यकारों और शिक्षाविदों का मानना है कि इस भाषा को सिर्फ मुसलमानों की जबान के तौर पर पेश कर एक दायरे में सीमित करने की कोशिशें की जा रही हैं जबकि असलियत यह है कि यह पूरे देश में और विभिन्न समुदायों में बोली जाती है और इसके विकास में सभी का अहम योगदान है। इसके अलावा उर्दू और हिंदी छोटी और बड़ी बहने हैं और इनमें आपस में कोई टकराव नहीं है।
उर्दू भाषा में कहानियां बयान करने की विधा दास्तानगोई 20वीं सदी की शुरूआत की कई महान हस्तियों की जिंदगी के सफर को समेटे हुए है जिनमें गांधी के मोहनदास से महात्मा बनने की कहानी भी शामिल है।
पंजाब के दीनानगर के घेसल गांव में दो बैलून मिले हैं, जिन पर कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से उर्दू में एक संदेश लिखा हुआ है। गौरतलब है कि दीनानगर में पिछले वर्ष आतंकी हमला हुआ था।
बिहार में बेशक गठबंधन सरकार में कांग्रेस शामिल है लेकिन अल्पसंख्यक मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और विधायक डॉ. शकील अहमद खान राज्य सरकार की नीतियों से कतई खुश नहीं। खासकर उर्दू भाषा के प्रोत्साहन के मामले में उन्होंने इन दिनों राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है।
रमजान के पाक महीने में हाईटेक युवा पीढ़ी के रोजेदारों के लिए मोबाइल टेक्नोलॉजी वरदान साबित हो रही है। मोबाइल एप्लीकेशंस ने उर्दू और अरबी पठन-पाठन के धुंधलाते माहौल की वजह से दीन की बारीकियों से लगभग महरूम हो चुकी नई पीढ़ी को रमजान के फायदों से रूबरू कराने का अच्छा जरिया मुहैया कराया है।
पहली दफा भारत की सउदी अरब से शिक्षा के आदान-प्रदान को लेकर बातचीत जारी है। इस दिशा में कई अहम कदम उठाए गए हैं। हाल ही में मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबाद के वीसी जफर सरेशवाला दक्षिण-पश्चिम सउदी अरब के आभा में स्थित किंग खालिद यूनिवर्सिटी में शिरकत करने गए थे, जहां दोनों देशों के बीच शिक्षा को लेकर कई मसौदों पर बातचीत हुई।
पाकिस्तान के जाने-माने शायर अता-उल-हक कासमी का कहना है कि उर्दू के विकास और नई पीढ़ी के साथ इसके जुड़ाव को बढ़ावा देना उर्दू प्रेमियों के हाथ में है और उन्हें इस भाषा को जीवित रखने के लिए कदम उठाने चाहिए।