बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर की मोस्टअवेटेड फिल्म ‘हसीना पारकर’ का ऑफिशियल ट्रेलर आखिरकार आज रिलीज हो ही गया। ‘हसीना पारकार’ को लेकर लगातार चर्चा में बनी रहने वाली श्रद्धा कपूर इस फिल्म में मुख्य किरदार निभ्रा रही हैं।
मेरठ में एक कश्मीरी पंडितों के परिवार में जन्में,13 साल की उम्र मे घर छोड़ देने वाले, बिजनेस में भारी घाटे के बाद मायानगरी मुम्बई का रूख करने वाले कैलाश खेर आज अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं।
सनी लियोनी एक ऐसी एक्ट्रेस हैं जिन्होंने न सिर्फ पोर्न स्टार के रुप में बल्कि बॉलीवुड की एक सक्सेस एक्ट्रेस के तौर पर अपनी पहचान बनाई। सनी लियोन का नाम 12 टॉप पॉर्न स्टार में शुमार था, जो उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखते ही खत्म कर दिया था। आज बॉलिवुड की सबसे खूबसूरत, ग्लैमरस, हसीन औऱ बोल्ड ऐक्ट्रेसेस में से एक सनी लियोनी का बर्थ-डे है।
अमीश की पुस्तक का पोस्टर ही नहीं ट्रेलर भी लॉन्च होगा। वह संभवतः भारत के पहले ऐसे लेखक हैं, जिन्हें प्रकाशक ने पांच करोड़ रुपये अग्रिम भुगतान कर दिया था, जबकि उन्होंने पुस्तक के बारे में सोचना भी शुरू नहीं किया था
सतारा जिले का एक गांव स्ट्रॉबेरी के लिए काफी लोकप्रिय है लेकिन अब यह गांव किताबों के कारण भी लोकप्रिय होने जा रहा है। दरअसल इस गांव को भारत का पहला किताबों का गांव वाला टैग मिलने वाला है।
पैट्रिक कॉकबर्न ने अपनी नई किताब आईएसआईएस का आतंक में जिहाद के नए साम्राज्य सीरिया और इराकी विद्रोहों की भूमिका की विवेचना की है। इंडिपेंडेंट की रिपोर्टिंग करते हुए कॉकबर्न ने अपनी अलग प्रतिष्ठा बनाई। वह विवेकपूर्ण और गंभीर पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं, जो किसी स्थान विशेष पर बिताए गए समय से उपजी है। पुस्तक लेखक के गहन विचारों और शोध को भी दर्शाती है। मध्यपूर्व में फैल रहे आतंकवादी गतिविधियों को लेकर प्रकाशित हुई कई किताबों में यह किताब सबसे अधिक स्वागत योग्य है।
लंदन की संस्था ‘वातायन’ ने इस बार अपना सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय वातायन शिखर सम्मान पश्चिम बंगाल (भारत) के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को प्रदान किया। त्रिपाठी एक विख्यात लेखक और कवि हैं और अब तक उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
फोलियो पुरस्कार प्राप्त लेखक जॉर्ज सौंडर्स अपना नया उपन्यास लिंकन इन द बाड्रो लेकर आए हैं। एक अकेली रात की पृष्ठभूमि पर आधारित इस उपन्यास में लेखक ने 11 वर्षीय बेटे विली की मौत से आहत अब्राहम लिंकन के दुख को दर्शाया गया है। यह वही वक्त था जब अमेरिका में गृहयुद्ध को लेकर नाराजगी उफान पर थी।